किसानों को नहीं मिल रहा पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज
रायपुर। संवाददाताः छत्तीसगढ़ में बस्तर के रास्ते मानसून ने दस्तक दे दी है. प्रदेश के किसान खेती की तैयारियों में जोर-शोर से जुट गए हैं, लेकिन किसानों को अभी तक पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज नहीं मिल पाया है. इसके कारण उनकी चिंता बढ़ गई है.
कुछ ही दिनों में मानसून पूरे प्रदेश में पहुंच जाएगा. इससे खेती-किसानी के काम में तेजी आएगी, लेकिन जिलों में खाद-बीज की कम उपलब्धता किसानों की चिंता और बढ़ा सकती है.
खरीफ सीजन के लिए प्रदेश के किसानों को कुल 544 टन बीज की जरूरत है. कृषि विभाग ने कुल 431 टन बीज का भंडारण कर रखा है.
बावजूद इसके समीतियों को पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध नहीं हो पाया है.
हालांकि कृषि विभाग का दावा है कि खरीफ सीजन के लिए किसानों को अब तक कुल 261 टन बीज का वितरण किया जा चुका है.
प्रदेश के ज्यादातर जिलों से किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद न मिलने की भी शिकायतें आ रही हैं.
कई जिलों में तो 20 प्रतिशत तक ही खाद पहुंची है.
जशपुर जिले में इस सीजन कुल 1 लाख 58 हजार 454 हेक्टेयर में धान की बोनी की जानी है. इसके लिए कुल 14 हजार 220 टन खाद की जरूरत है, लेकिन जिले में अभी तक केवल 20 प्रतिशत ही खाद पहुंची है.
इसके कारण समीतियां किसानों को खाली हाथ लौटा रही हैं.
किसान रोजाना समीतियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें बैरग लौटना पड़ रहा है.
यूरिया, एनपीके, सूपर, डीएपी और पोटाश जैसी खाद की आपूर्ति जिले में पर्याप्त नहीं हो पाई है.
इसी तरह, बेमेतरा जिले में अभी तक लक्ष्य का कुल 57 प्रतिशत खाद ही वितरित हो पाया है. खाद की उपलब्धता कम होने के कारण इसके वितरण में देरी हो रही है.
कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, खरीफ सीजन 2024 के लिए कुल 13.68 लाख मेट्रिक टन खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है.
इसमें यूरिया 6.50 लाख मेट्रिक टन, डीएपी 3.40 लाख मेट्रिक टन, एसएसपी 2 लाख मेट्रिक टन, एनपीके 1.20 लाख मेट्रिक टन और एनओपी उर्वरक 58 हजार मेट्रिक टन शामिल है.
लक्षित रासायनिक खाद के विरूद्ध 10.38 लाख मेट्रिक टन यानी 76 प्रतिशत खाद का भण्डारण हो चुका है, वहीं 4.98 लाख मेट्रिक टन यानी 36 प्रतिशत खाद का वितरण किसानों को किया जा चुका है.
कृषि विभाग के दावे अपनी जगह हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है.
मुख्यमंत्री ने ली समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को कृषि विभाग की समीक्षा बैठक ली.
उन्होंने विभाग के अधिकारियों को समय पर गुणवत्तायुक्त खाद-बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने भंडारण और वितरण की स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए रखने की भी बात कही.
उन्होंने कहा कि किसानों को खाद-बीज के वितरण के समय इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए कि किसानों को उनकी मांग के अनुरूप खाद और बीज मिले.