छत्तीसगढ़: दहेज के लिये हत्या
अंबिकापुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में दहेज की बलिवेदी पर एक और बेटी चढ़ा दी गई है. एक तरफ देशभर में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान चलाया जा रहा है तो दूसरी तरफ समाज में आज भी बहुओं को दहेज के लिये प्रताड़ित किया जा रहा है. अंबिकापुर के मोमिनपुरा में ब्याही झारखंड की सोनिया बीबी उर्फ सलमा की मंगलवार को मौत हो गई है.
सलमा के पिता अफगानी अंसारी ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी को दहेज के लिये उसके पति ने कथित रूप से गला दबाकर मार डाला है तथा उसे फांसी पर लटककर जान देना बताया जा रहा है. पुलिस ने बुधवार को सलमा के मायके पक्ष के लोगों के आ जाने के बाद पोस्टमार्टम करवाकर लाश परिजनों को सौंप दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार 22 वर्षीया सलमा का ब्याह साल 2014 में शाहपुर के निवासी युवक के साथ किया गया था. शादी के बाद दोनों अंबिकापुर में आकर रहने लगे थे. इस बीच उनका एक लड़का भी हुआ. शादी के एक साल बाद सलमा के ससुराल में उसे मायके से दहेज के रूप में चार लाख रुपये लाने के लिये दबाव बनाया जाने लगा तथा उसका पति उससे पारपीट करने लगा.
करीब एक माह पूर्व सलमा के पति ने उसे बुरी तरह से पीटा तथा बस में डाल्टनगंज तक लाकर छोड़ दिया. सलमा के पिता ने पंचायत में बात रखी. वहां तय हुआ कि सलमा का पति उसे नहीं मारेगा तथा दहेज की मांग नहीं करेगा. ऐसा करने पर कानूनी कार्यवाही करने की बात उसके पति से कही गई.
सप्ताहभर पहले सलमा का पति उसे मायके से लेकर अंबिकापुर आ गया. घटना दिवस के एक दिन पूर्व सलमा ने अपने पिता को फोन करके बताया कि उसके साथ फिर से मायके से चार लाख रुपये लाने की बात पर मारपीट की गई है.
सलमा द्वारा मायके फोन करने के अगले दिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा था. बाद में खबर आई कि उसने फांसी पर लटककर जान दे दी है. मृतका के पिता का कहना है कि उसकी बेटी के मरने के तीन घंटे बाद उसे खबर दी गई है.
अफगानी अंसारी ने पुलिस से कड़ी कार्यवाही की मांग की है. पुलिस सलमा के पिता के आरोपों की जांच कर रही है.