सेना ने PM को action का सबूत सौंपा
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सरकार को सौंपा है. इस 90 मिनट के वीडियो को हाल ही में भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के अड्डे तबाह करने के सर्जिकल स्ट्राइक से समय बनाया गया है. भारतीय सेना ने इस वीडियो को ड्रोन कैमरे से शूट किया है. सेना ने अपने तरफ से इसे सार्वजनिक करने के लिये हरी झंडी दे दी है. अब प्रधानमंत्री मोदी इस पर अंतिम फैसला लेंगे. खबरों के मुताबिक सर्जिकल स्ट्राइक पर पाकिस्तान और कांग्रेस-केजरीवाल के सवाल उठाने के बाद सेना चाहती है कि इस कार्रवाई का वीडियो जारी किया जाये.
#WATCH Hansraj Ahir (MoS Home) speaks on video clip of #SurgicalStrike handed to the Govt. pic.twitter.com/GZIRzRAw9X
— ANI (@ANI_news) 5 अक्तूबर 2016
एक अंग्रेजी बिजनेस अखबार के मुताबिक सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ वीडियो रक्षा मंत्रालय को सौंप दिये हैं. वहीं प्रधानमंत्री कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी के साथ बैठक कर रहे हैं. इसके बाद फैसला लिया जायेगा कि वीडियो को सार्वजनिक किया जाये या नहीं. सर्जिकल स्ट्राइक का पूरा वीडियो ड्रोन के जरिये शूट किया गया था. कई तस्वीरें भी खींची गईं.
वहीं, जानकारों का मानना है कि सरकार सोच समझकर इसके जारी करने को लेकर फैसला लेगी. इसमें इस बात का ध्यान रखा जायेगा कि कहीं इससे दोनों देश के बीच तनाव और न बढ़ जाये.
गौरतलब है कि इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने अपने देश के मीडियो को पीओके का दौरा कराया था. उनके सामने झूठ कहा. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना की ओर से कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई थी.
दरअसल, कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी मोदी सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रही हैं. केंद्र सरकार ने इन दलों के ऐसे बयान पर कहा कि ऑपरेशन पर सवाल उठाने से सेना का मनोबल गिर सकता है. इसे देखते हुए अब सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने सरकार से वीडियो जारी करने का अनुरोध किया है.
सेना के आला अधिकारियों ने कहा कि सेना चाहती है कि भारत इस सबूत को सबके सामने रख दे ताकि उन लोगों को जवाब मिल जाये, जो आरोप लगा रहे हैं कि हमला हुआ ही नहीं.
उधर पाकिस्तान भी बार-बार कह रहा है कि 29 सितंबर को तड़के सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई थी. पड़ोसी देश के इस रुख को देखते हुए आर्मी ने अपनी बात सामने रखी है. बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मांग की है कि मोदी सरकार पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करे.
वहीं, कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने हमले की सत्यता पर सवाल उठाया है. बहरहाल, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि हमले का वीडियो जारी करने या न करने का निर्णय पाकिस्तान के रुख को देखते हुये किया जायेगा.
सूत्रों के मुताबिक अमरीकी उपग्रह में भारतीय कार्रवाई के सबूत भी दर्ज हो गये हैं. अमरीकी एनएसए का भारत के एनएसए अजीत डोभाल को ऑपरेशन के बाद तुरन्त फोन करना अपने आप में पर्याप्त सबूत है कि भारत की तरफ से सर्जिकल स्ट्राइक की कारवाई की गई है.
भारतीय सेटेलाइट ने इस ऑपरेशन के फुटेज लिये हैं, जबकि ग्राउंड जीरो में मौजूद एक-एक कमांडो जो कि अपने आप में कम्पलीट यूनिट की तरह था. इस ऑपरेशन को हेलमेट में लगे थर्मल इमेंजिग और नाइटविजन कैमरों की मदद से फिल्माया भी है.