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छत्तीसगढ़: दो नये रेलमार्गो को मंजूरी

रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ को दो नये रेलमार्गो की केन्द्र द्वारा मंजूरी मिल गई है. जिसमें से पहला राजनांदगांव-नागपुर (कलमना) के बीच 228 किलोमीटर की तीसरी और बिलासपुर-झारसुगुड़ा के बीच 206 किलोमीटर की चौथी रेल्वे लाईन है. उल्लेखनीय है कि हावड़ा-मुम्बई मार्ग पर दोनों नई रेल लाईनों से जहां छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और ओड़िशा के लाखों लोगों को रेल यात्रा की एक नई और वैकल्पिक सुविधा मिलेगी, वहीं इन राज्यों के बीच माल परिवहन सुविधाओं में भी इजाफा होगा और व्यापार-व्यवसाय के साथ औद्योगिक विकास में भी तेजी आएगी. दोनों रेल परियोजनाओं का निर्माण पांच वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य है.

इनके निर्माण में लगभग साढ़े चार हजार करोड़ रूपए की लागत आने की संभावना है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में बुधवार नई दिल्ली में केन्द्रीय केबिनेट के आर्थिक मामलों की बैठक में दोनों प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया.

राजनांदगांव-नागपुर के बीच बनने वाली तीसरी रेल लाईन से छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के साथ महाराष्ट्र के गोंदिया, भण्डारा और नागपुर जिले की जनता को यात्री सुविधाओं के साथ माल परिवहन का एक नया विकल्प मिलेगा.

वहीं, हावड़ा-मुम्बई मार्ग पर इस रेल लाईन के निर्माण में लगभग दो हजार 193 करोड़ 53 लाख रूपए की लागत आने की संभावना है.

इसके निर्माण में लगभग 2 हजार 298 करोड़ 31 लाख रूपए की लागत आने का अनुमान है. हावड़ा-मुम्बई लाईन पर यह नया रेल मार्ग छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और रायगढ़ जिले के साथ ओड़िशा के झारसुगुड़ा जिले और आसपास के इलाकों की जनता के लिए यात्री सेवाओं के साथ-साथ माल परिवहन का भी एक बेहतर विकल्प बनेगा.

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