राष्ट्र

सांसदों के वेतन में 100% बढ़ोतरी?

नई दिल्ली | विशेष संवाददाता: देश के सांसदों के वेतन-भत्तों को दोगुना करने की सिफारिश की गई है. यह सिफारिश भाजपा के सांसद योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षा में बनी संसदीय समिति ने की है. समिति की सिफारिश के अनुसार पूर्व सांसदों के वेतन तथा भत्तों में 75 फीसदी की बढ़ोतरी की सिफारिशे की गई है. उम्मीद की जा रही है कि संसद के अगले सत्र में इसे पेश किया जायेगा.

इस बात की उम्मीद है कि इस प्रस्ताव का किसी दल या सांसद द्वारा शायद ही विरोध किया जाये. इससे पहले छः साल पहले सांसदों के वेतन तथा भत्तों में बढ़ोतरी की गई थी.

सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें आने के बाद से ही कयास लगाये जा रहे थे कि सांसद अपनी भी सैलरी को बढ़ाने के लिये प्रयास करेंगे.

संसदीय समिति की सिफारिशों के अनुसार सांसदों का वेतन 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख तथा संसदीय क्षेत्र का भत्ता भी 45 हज़ार से 90 हज़ार करने की बात कही गई है. इस प्रस्ताव को माना गया तो सांसदों का वेतन और भत्ता 1 लाख 40 हज़ार से बढ़कर कुल 2 लाख 80 हजार प्रतिमाह किया जा सकता है.

उल्लेखनीय है कि सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक किसी सरकारी नुमाइंदे की न्यूनतम तनख़्वाह 18,000 और अधिकतम 2 लाख 25 हजार हो सकती है. साथ ही कैबिनेट सचिव और समकक्ष अधिकारी के लिए 2.5 लाख रुपये प्रतिमाह वेतन का प्रस्ताव है.

सांसदों के वेतन तथा भत्तों में बढ़ोतरी के सिफारिश पर सभी मंत्रालयों से कैबिनेट नोट भेजकर राय मांगी गई है.

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