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US: भावी उम्मीदवारों की भावी नीतियां

वाशिंगटन | समाचार डेस्क: अब समय आ गया है कि अमरीकी राष्ट्रपति पद के भावी दावेदारों की नीतिया क्या हो सकती है उस पर चर्चा हो. करीब-करीब यह माना जा रहा है कि राष्ट्रपति पद के लिये मुकाबला ट्रंप तथा हिलेरी के मध्य ही होने जा रहा है. अमरीकी जनता के रुख से जाहिर है ट्रंप और हिलेरी के बीच राष्ट्रपति का मुकाबला होगा. डोनाल्ड ट्रंप तथा हिलेरी क्लिंटन ने अपने-अपने पार्टियों में निर्णायक बढ़त हासिल कर ली है. जाहिर है कि कुछ समय बाद अमरीका में डोनाल्ड ट्रंप तथा हिलेरी क्लिंटन की भावी नीतियों तथा योजनाओं को लेकर बहस छिड़ने जा रही है. जिससे उनके पास अमरीकी जनता के लिये क्या योजना है उसका पता चलेगा. फिलहाल दोनों अपनी ही पार्टियों में अंतिम मुकाबले की प्रतीक्षा में हैं. अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में अपनी पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए जारी चुनावी जंग में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की हिलेरी क्लिंटन को मंगलवार को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है.

पांच राज्यों में हुए प्राइमरी में डोनाल्ड ट्रंप को सभी राज्यों में, जबकि हिलेरी को चार राज्यों में जीत हासिल हुई. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप को मेरीलैंड, डेलवेयर, पेन्सिलवेनिया, कनेक्टिकट और रोड आईलैंड में एकतरफा जीत मिली.

हिलेरी ने विरोधियों को मेरीलैंड, डेलवेयर, पेन्सिलवेनिया, कनेक्टिकट में परास्त किया.

हिलेरी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स को एक मात्र जीत रोड आईलैंड में मिली.

ट्रंप को मंगलवार को मिली इस जीत से कम से कम 99 प्रतिनिधि मिले, जिसके बाद उनके प्रतिनिधियों की संख्या बढ़कर 945 हो गई है. उनके प्रतिद्वंद्वी टेड क्रूज के पास 563 और जॉन केसिक के पास 152 प्रतिनिधि हैं.

वहीं, हिलेरी के खाते में इस जीत से 72 प्रतिनिधि और जुड़े. इस तरह उनके प्रतिनिधियों की संख्या बढ़कर 2026 हो गई, जबकि सैंडर्स के पास 1,291 प्रतिनिधि हैं.

सूत्रों के अनुसार, न्यूयॉर्क में 19 अप्रैल को भारी जीत के बाद ट्रंप को इस जीत ने रिपब्लिकन पार्टी के कन्वेंशन का सामना किए बगैर प्रत्याशी बनने के लिए जरूरी 1,237 प्रतिनिधियों का समर्थन हासिल करने के बहुत करीब पहुंचा दिया है.

वहीं, टेक्सास के सीनेटर क्रूज और ओहियो के गवर्नर जॉन केसिक के लिए कन्वेंशन ही एकमात्र रास्ता दिखता है जिसके जरिए वे प्रतिद्वंद्वी ट्रंप को रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने से रोक सकते हैं.

ट्रंप ने अपनी जीत के बाद कहा, “मैं खुद को संभावित उम्मीदवार मानता हूं.”

हिलेरी ने फिलाडेल्फिया में जीत के बाद लोगों को संबोधित किया, जहां जुलाई में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन होना है.

हिलेरी ने कहा, “आप लोगों की मदद से हमलोग डेमोकेट्रिक नेशनल कन्वेंशन के लिए सबसे अधिक मतों और सबसे अधिक प्रतिनिधियों के साथ फिलाडेल्फिया वापस आने जा रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “इस चुनाव को जीतने और एक ऐसा अमरीका बनाने के लिए हमलोग अपनी पार्टी को एकजुट करेंगे, जहां हम सब मिलकर उन्नति कर सकें, एक ऐसा अमेरिका जहां हम एक दूसरे को नीचे गिराने की जगह ऊंचा उठा सकें.”

डोनाल्ड ट्रंप की भावी नीतियां
डोनाल्ड ट्रंप के भाषणों तथा प्रचार से जाहिर होता है कि उनके आने से अमरीकी विदेश नीचि में कई बड़े बदलाव हो सकते हैं. डोनाल्ड कट्टर मुस्लिम देशों के नागरिकों को अमरीका प्रवेश के खिलाफ हैं. डोनाल्ट बीते कई दशकों से अमरीकी व्यापार को पछाड़ने वाले चीन तथा जापान के खिलाफ़ ‘ट्रेड वार’ के समर्थक हैं. जाहिर है कि वे इन देशों के खिलाफ अमरीकी व्यापार प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देंगे. डोनाल्ड फ्री ट्रेड से अमरीका को हो रहे नुकसान के बारें में काफी कुछ कहते आ रहे हैं. वे दूसरे अमरीकी राष्ट्रपतियों के उलट रूस के पुतिन को दोस्त मानते हैं.

हिलेरी क्लिंटन की भावी नीतियां
हिलेरी क्लिंटन वर्तमान अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बंदूक तथा स्वास्थ्य नीतियों की भारी समर्थक है. हिलेरी अमरीका में बंदूक संस्कृति के खिलाफ है. हिलेरी बराक ओबामा के विदेश नीति की भी समर्थक है. जाहिर है कि यदि हिलेरी अमरीका की राष्ट्रपति बनती है तो कमोबेश ओबामा की नीतियां ही जारी रहेगी.

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