उत्तराखंड: कांग्रेस ने मोदी को कोसा
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: कांग्रेस ने रविवार को उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू करने को लेकर प्रधानमंत्री को जमकर कोसा. कांग्रेस ने कहा कि यह कदम संवैधानिक नियमों का खुला उल्लंघन है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा, “राज्यपाल ने कांग्रेस सरकार से कहा था कि वह 28 मार्च को बहुमत साबित करे. फिर सदन में बहुमत साबित करने से 24 घंटे पहले राष्ट्रपति शासल लगाने का क्या औचित्य था? इससे साबित होता है कि प्रधानमंत्री के भीतर संविधान के प्रति बिल्कुल सम्मान नहीं है.”
सुरजेवाला ने कहा, “सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्टतौर पर कहा है कि सदन में बहुमत साबित करने का आदेश देने के बाद राज्यपाल अपनी संतुष्टि के आधार पर राष्ट्रपति शासन की सिफारिश नहीं कर सकते.”
कांग्रेस के एक अन्य नेता कपिल सिब्बल ने उस स्टिंग ऑपरेशन की प्रामाणिकता पर सवाल उठाया, जिसे केंद्र सरकार ने हरीश रावत सरकार को अपदस्थ करने का आधार बनाया है.
सिब्बल ने पूछा, “उत्तराखंड में संविधान का कौन-सा उल्लंघन हुआ है, जिसके बारे में वे बाते कर रहे हैं? क्या उत्तराखंड में कोई दंगा हुआ है? क्या किसी स्टिंग ऑपरेशन की प्रामाणिकता का निर्णय अब मंत्रिमंडल करेगा?”
सिब्बल ने पूछा, “मध्य प्रदेश में हजारों स्टिंग ऑपरेशन हुए हैं. फिर उनके बारे में क्या हुआ?” उन्होंने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री के सत्ता और पद के एक भीषण अहंकार को दर्शाता है.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इसके पहले उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू करने के केंद्र सरकार के निर्णय को मंजूरी दे दी.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मोदी की अध्यक्षता में शनिवार रात चली एक घंटे की बैठक के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की थी. इसके साथ ही उत्तराखंड विधानसभा को निलंबित अवस्था में रख दिया गया है.