लड़ाई गरीबी से, गोगोई से नहीं: मोदी
तिनसुकिया | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम चुनाव अभियान की शुरुआत की. उन्होंने अपनी पहली रैली में कहा कि उनकी लड़ाई असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के खिलाफ नहीं, बल्कि गरीबी, भ्रष्टाचार और असम की बर्बादी के खिलाफ है. राज्य में असम विधानसभा चुनाव से पूर्व पूर्वी असम के तिनसुकिया जिले के बोरगुरी में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “गोगोई कहते हैं कि उनकी लड़ाई मेरे खिलाफ है, लेकिन मेरी गोगोईजी से कोई लड़ाई नहीं है. हमारी बड़ों से लड़ने की नहीं, उनका सम्मान करने की परंपरा रही है.”
मोदी ने कहा कि उनके मन में गोगोई के लिए सम्मान है.
साथ ही उन्होंने कहा, “लेकिन मेरी लड़ाई गरीबी, भ्रष्टाचार और असम की बर्बादी के खिलाफ है.”
उल्लेखनीय है कि गोगोई ने इसी महीने पहले कहा था कि आगामी चुनाव में कांग्रेस की लड़ाई मोदी से उनकी गलत नीतियों और असम व पूर्वोत्तर क्षेत्र के अन्य हिस्सों के साथ हो रहे अन्याय से है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश जब स्वाधीन हुआ तब असम को भारत के सबसे समृद्ध राज्यों में गिना जाता था, लकिन अब उसे भारत के सबसे गरीब राज्यों में गिना जाता है.
भाजपा के विकास के एजेंडे को उजागर करते हुए उन्होंने कहा, “असम को सबसे सम्पन्न राज्य से गरीब राज्य बनाने के लिए कौन जिम्मेदार है? हम असम में कभी भी सत्ता में नहीं रहे.”
मोदी ने कहा, “आजादी के 60 वर्षो के बाद भी असम की जनता बिजली के लिए तरस रही है. इसके लिए कौन जिम्मेदार है?”
मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शासन में 60 वर्षो की सभी समस्याएं सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में भाजपा के पांच वर्षो के शासन में खत्म हो जाएंगी.
मोदी ने भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सोनोवाल की प्रशंसा करते हुए कहा, “चुनाव के बाद असम को एक युवा मुख्यमंत्री मिलेगा.”
उन्होंने असम की जनता को आश्वासन दिया कि यदि भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगियों द्वारा सरकार बन जाती है तो राज्य में विकास होगा.