छत्तीसगढ़ के भ्रष्ट्राचारी भाग्यशाली !
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के हर भ्रष्ट सरकारी अधिकारी/कर्मचारी के पास तीन करोड़ रुपयों की संपदा है. पिछले पांच साल में एंटी करप्शन ब्यूरों द्वारा मारे छापे से इसका खुलासा हुआ है. एंटी करप्शन ब्यूरों के छापे में औसतन छत्तीसगढ़ के अधिकारी/कर्मचारी के पास से 3 करोड़ 62 लाख की चल-अचल संपत्ति मिली है. उसके बाद भी क्या कहा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ देश में सबसे गरीब राज्य है?
उल्लेखनीय है कि सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अनुसार छत्तीसगढ़ देश का सबसे गरीब राज्य है. छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय गरीबी रेखा से नीचे की आबादी का आंकड़ा 39.93 फीसदी है (साल 2011-12). छत्तीसगढ़ के गांवों में यह 44.61 फीसदी तथा शहरों में 24.75 फीसदी है.
एंटी करप्शन ब्यूरों ने पिछले पांच सालों में सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों के यहां मारें कुल 64 छापे में 2 अरब 32 करोड़ 8 लाख 50 हजार 187 रुपयों के चल तथा अचल संपदा का खुलासा हुआ है.
इन 64 प्रकरणों में से केवल 2 के खिलाफ अदालत में चालान पेश किया जा सका है. 6 प्रकरणों में अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद चालान पेश करने की तैयारी की जा रही है. इनमें से 4 प्रकरणों में शासन/संबंधित विभाग से अभियोजन स्वीकृति के लिये लंबित हैं. वहीं 49 प्रकरणों में विवेचना जारी है.
इन 64 प्रकरणों में से 3 में अपराध नहीं पाये जाने के बाद उनका खात्मा कर दिया गया है.