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छग नक्सलियों ने की ग्रामीणों की हत्या

रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सलियों ने बीती शाम 4 ग्रामीणों की नृशंस हत्या कर दी है. बताया जा रहा है कि तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर सुरक्षाबलों द्वारा 8 नक्सलियों को मार गिराये जाने से बौखलायें नक्सलियों ने अंधाधुध तरीके से ग्रामीणों की हत्या कर दी है.

नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने बीबीसी से कहा, “आमतौर पर माओवादी किसी ग्रामीण को चेतावनी देकर या जन अदालत लगा कर उसकी हत्या करते रहे हैं. लेकिन इस बार पुलिस की कार्रवाई से बौखलाए माओवादियों ने अंधाधुंध तरीके से ग्रामीणों की हत्या की है.”

मीणा ने बीबीसी को बताया, “जिस तरह की सूचनाएं हमारे पास हैं, उससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है.”

आतंकवाद पर नज़र रखने वाली एक गैर सरकारी संगठन के आकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में पिछले 10 सालों में नक्सलियों के कारण 706 नागरिकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. यह आकड़ा देशभर में सबसे ज्यादा है. यहां तक की उग्रवाद से जूझ रहें उत्तर-पूर्व में भी इतने नागरिक नहीं मारे गये हैं. केवल जम्मू-कश्मीर में छत्तीसगढ़ से ज्यादा नागरिकों की मौतें हुई हैं.

छत्तीसगढ़ को वामपंथी उग्रवाद से देशभर में सबसे ज्यादा मानव हानि हुई है.

इसी संगठन के आकड़ों के अनुसार साल 2005 से 28 फरवरी 2016 के बीच इतनी संख्या में नागरिकों की मौत वामपंथी उग्रवाद के कारण किसी अन्य राज्य में नहीं हुई है. साल 2016 में 28 फऱवरी तक छत्तीसगढ़ में 4 नागरियों की जानें जा चुकी है. पिछले साल 34 नागरिक वामपंथी उग्रवाद के कारण मारे गये थे.

छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा नागरिकों की मौत वामपंथी उग्रवाद के कारण साल 2006 में 189 तथा साल 2007 में 95 नागरिकों की मौत हुई है. उसके बाद वामपंथी उग्रवाद के कारण छत्तीसगढ़ में नागरिकों की मौत की संख्या कम हुई है.

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