बिहार में 54 लाख लोग खतरे में
पटना | एजेंसी: बिहार में गंगा का जलस्तर सोमवार की तुलना में कुछ क्षेत्रों में मंगलवार को जरूर कुछ कम हुआ है, परंतु अभी भी करीब सभी इलाकों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बिहार में अब तक 54 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
अभी भी पटना, सारण, बक्सर, बेगूसराय, समस्तीपुर सहित कई जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. पटना बाढ़ नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता भोलाशरण ने मंगलवार को बताया कि कहलगांव को छोड़कर करीब सभी स्थानों पर गंगा के जलस्तर में कमी आई है, परंतु अभी भी गंगा दीघा, बक्सर, गांधीघाट, मुंगेर, हाथीदह, भागलपुर और कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
इधर, बूढ़ी गंडक भी खगड़िया में तथा बागमती डुब्बाधार में खतरे के निशान को पार कर गई है. इस बीच आपदा प्रबंधन विभाग ने दावा किया है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य तेजी से चलाया जा रहा है.
आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य अधिकारी विपिन कुमार राय ने बताया कि राज्य में अब तक 20 जिलों में 54 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न वितरित किए जा रहे हैं. अब तक 2,08,796 कुंटल खाद्यान्न वितरित कराए गए हैं.
उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए 58550 पालिथीन शीट वितरण किए गए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए 2799 नौकाओं का प्रबंध किया गया है.
इधर, पटना के जिलाधिकारी एऩ सरवन कुमार ने मंगलवार को बताया कि पटना में बाढ़ का खतरा अब लगभग टल गया है. इलाहाबाद और बनारस में गंगा का जलस्तर घट रहा है, जिस कारण यहां भी जलस्तर घटने की संभावना है.