छत्तीसगढ़िया रघुवर दास पर बवाल
रांची | समाचार डेस्क: झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के छत्तीसगढ़ से होने का मुद्दा झारखंड विधानसभा में शुक्रवार को उठा. झारखंड के भाजपा विधायक फूलचंद मंडल ने विधानसभा में कहा, ” हमारे मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ से हैं. झारखंड के छात्रों के अधिकार का दूसरे राज्यों से आये लोगों ने अतिक्रमण किया है.” उल्लेखनीय है कि फूलचंद मंडल सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्य हैं.
झारखंड विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक जगन्नाथ महतो ने सदन में डोमिसाइल का मुद्दा उठाया था. उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा में जगन्नाथ महतो के शर्ट में “राज्य में डोमिसाइल नीति को लागू” का नारा लिखा था जिसका अध्यक्ष दिनेश उरांव ने विरोध किया.
विधानसभा में शोर-शराबे के बीच विधायक फूलचंद मंडल गर्भगृह में पहुंच गये तथा कहा कि झारखंड में पिछले 15 सालों से कोई डोमिसाइल नीति नहीं है. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों के लोग झारखंड में पिछले दरवाजे से आकर तृतीय तथा चतुर्थ श्रेणई की नौकरियों में घुस रहें हैं.
फूलचंद मंडल ने कहा, ” हेमंत सोरेन झारखंड के हैं परन्तु अपने 14 माह से शासन में डोमिसाइल नीति लागू नहीं कर पाये.”
वहीं, भाजपा के विधायक विरांची नारायण ने फूलचंद मंडल का विरोध करते हुये कहा, ” फूलचंद मंडल ने गलत कहा है कि हमारे मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ से हैं. रघुवर दास जन्म तथा मन से झारखंड के हैं.”
गौरतलब है कि रघुवर दास झारखंड के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री हैं. रघुवर दास मूल रूप से छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिला स्थित बोईरडीह गांव के रहने वाले हैं. छत्तीसगढ़ में उनकी पुश्तैनी जमीन थी. उनके पिता सन् 1979 में पूरी तरह टाटानगर में शिफ्ट हो गए. उनके रिश्तेदार अभी भी छत्तीसगढ़ में निवासरत हैं. रघुवर दास के पांच भाई-बहन हैं. इनकी बड़ी लड़की की शादी 2007 में दुर्ग के पद्मनाभपुर में हुई है. इनके दामाद जिंदल रायगढ़ में इंजीनियर हैं.