छत्तीसगढ़: वन महकमें में रंगदारी
रतनपुर | उस्मान कुरैशी: भैरो बाबा से लेकर फुटहा तक जिस पहाड़ में वन विभाग ने हरियाली बिखेरनी की कवायद शुरू की थी वहीं अब मुरूम की अवैध उत्खनन की जा रही है. हालांकि अफसर इस बात से इंकार कर रहे है. सड़क में डाली गई मुरूम की जानकारी होने से भी वे वन अफसर इंकार कर रहे है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कौन रंगदारी कर वन विभाग में मुरूम की अवैध उत्खनन कर आपूर्ति कर रहा है. और इसका भुगतान कौन कर रहा है. मामला उजागर होने के बाद दोषी लोगों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है.
छत्तीसगढञ के रतनपुर वन परिक्षेत्र के अफसर फुटहा पहाड़ में अवैध उत्खनन करा रहे है. रतनपुर नगरपालिका क्षेत्र में खंडोबा मंदिर से महामाया मंदिर की ओर जाने वाली टायर टेन मार्ग में मुरूम डालने मनरेगा के तहत करीब बीस लाख की राषि स्वीकृत हुई है. ग्राम पंचायत रानीगांव के नाम स्वीकृत इस काम के लिए वन विभाग को कार्य एंजेंसी बनाया गया है. खंडोबा से नक्षत्र गार्डन होते हुए महामाया मंदिर की ओर सड़क में मुरूम डाला जा रहा है. जिसके लिए मुरूम का खनन जेसीबी लगाकर फुटहा पहाड़ पर कर रहे है. इसी पहाड़ी पर करीब तीन साल पहले वन विभाग ने ही लाखों रूप्ए खर्च कर प्लांटेशन कराया था. अब उसी पहाड़ी पर वन अफसरों की शह पर अवैध उत्खनन होने से वन अमले की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. इस मामले पर वन विभाग का स्थानीय अमला कुछ भी कहने से इंकार कर रहा है.
वही एसडीओ वन एचबी खान का कहना है कि वन विभाग द्वारा किसी भी प्रकार का उत्खनन नही कराया जा रहा है. अगर उत्खनन कराया जा रहा है तो मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. वहीं खंडोबा से महामाया की ओर सड़़क में मुरूम डालने की बात पर वे कहते है की कार्य के लिए अभी कार्यआदेश जारी नही किया गया है. अभी मौके पर मुरूम किसने गिराया है इसकी जानकारी नहीं है.
पार्षद ने जताई नाराजगी
पौध रोपण वाले प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध उत्खनन पर नाराजगी जताते वार्ड 12 के पार्षद जयप्रकाष कश्यप ने कहा कि तीन साल पहले ही यहां प्लांटेशन किया गया था. पौधों की सुरक्षा के लिए सीमेंट के खंबे लगाकर फेंसिंग भी की गई थी. जो वन अमले की उदासीनता की वजह से धीरे धीरे गायब हो गया है. अब इसी इलाके से अवैध मुरूम का उत्खनन किया जा रहा है. पूरे मामले की निश्पक्षता से जांच कर दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
प्रतिबंध फिर भी काम
15 जून के बाद अधिकारिक तौर पर मानसून सत्र माना जाता है और इस अवधि में सारे निर्माण कार्य बंद हो जाते है. ऐसे में मुरूम सड़क का निर्माण कई संदेहों को जन्म दे रहा है.
मनरेगा का काम नगरीय क्षेत्र में
खंडोबा से महामाया मंदिर की ओर टायर टेन का मार्ग रतनपुर नगर पालिका में आता है. और मनरेगा के तहत राशि ग्रामीण इलाकों के लिए स्वीकृत होती है. क्रमशः अलग अलग स्वीकृत करीब बीस लाख की राशि ग्राम पंचायत रानी गांव के नाम से स्वीकृत हुई है. और निर्माण एंजेसी वन विभाग इसका उपयोग नगरीय इलाके में सड़क निर्माण के लिए कर रहा है.