हाथी के हमले में महिला की मौत
रायगढ़ | संवाददाता: छाल वन परिक्षेत्र में हाथियों के हमले में किंदा गांव की समारी बाई की मौत हो गई. वन अधिकारियों का कहना है कि महिला की मौत के मामले की जांच की जा रही है और फिलहाल परिवार को राहत राशि दे दी गई है.
पुलिस के अनुसार बेहरामार तहसील के किंदा गांव की 52 साल की सामरी बाई पति आनंद राम शुक्रवार की सुबह महुआ बीनने के लिये जंगल गई हुई थी. ग्रामीणों का कहना है कि महुआ बीनते हुए हाथियों के एक दल ने उसे दौड़ाया और पटक कर मार डाला.
धरमजयगढ़ के सारसमाल, सेमरापाली और हाटी के इलाके में पिछले कई सालों से हाथियों का दल विचरण करता रहा है. लेकिन हाल के दिनों में इस इलाके में कोल ब्लाक और पावरग्रीड की लाइनों के कारण मानव हस्तक्षेप बढ़ा है. साल के घने जंगलों वाले इस इलाके में हाथी पिछले कई सालों से प्रजनन भी कर रहे हैं लेकिन मानव हस्तक्षेप के बाद उनका आक्रोश बढ़ा है.
यही कारण है कि इलाके में हाथी बेकाबू हो रहे हैं और लोगों के घर, खेत और लोगों पर भी हमला कर रहे हैं. पिछले 15 सालों में अकेले धरमजयगढ़ के इलाके में ही 50 से अधिक लोगों को हाथियों ने मार डाला है और 30 से अधिक हाथियों की भी ग्रामीणों ने हत्या की है. लेकिन इतना सब होने के बाद भी कोल ब्लाक के आवंटन के दस्तावेजों में वन विभाग के भ्रष्ट अफसरों ने लिख दिया है कि इस इलाके में हाथी यदा-कदा आते हैं.