छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ भाजपा के ‘लापता सदस्य’

रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ भाजपा के नये बने करीब 20 लाख से भी ज्यादा सदस्य लापता हैं. उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा ने मिस्ड काल के माध्यम से करीब 40 लाख सदस्य बनाये थे जिनमें से पचास फीसदी का कोई अता-पता नहीं है. गौरतलब है कि जनगणना के 2011 के आकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ की कुल जनसंख्या 2 करोड़ 55 लाख 45 हजार 198 है. दावों के अनुसार जिसमें से 40 लाख नये सदस्य मिस्ड काल के माध्यम से भाजपा ने बनाये. अब वहीं मिस्ड काल वाले सदस्य मिसिंग बताये जा रहें हैं. यदि भाजपा ने छत्तीसगढ़ में 40 लाख नये सदस्य बनाये हैं तो जनगणना के आकड़ों के अनुसार छत्तीसगढञ का हर पांचवा नागरिक भाजपा का सदस्य होना चाहिये!

छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के मिस्ड कॉल सदस्यों में से ज्यादातर ‘मिसिंग’ बताए जा रहे हैं. विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने के लिए भाजपा ने मिस्ड कॉल से सदस्य बनाने का जो फामूर्ला निकाला था, वह अब पार्टी पदाधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. भाजपा प्रदेश संगठन ने छत्तीसगढ़ में मिस्ड कॉल के माध्यम से 40 लाख सदस्य बनाए हैं. इन सदस्यों को एसएमएस के माध्यम से अपना पता और पिन नंबर देना था, लेकिन 50 फीसदी सदस्यों ने अब तक एसएमएस ही नहीं किया. बताया जा रहा है कि अब केंद्रीय संगठन ने प्रदेश संगठन को नंबरों की एक सूची थमा दी है, जिनसे अब संपर्क करना पार्टी के लिए टेढ़ी खीर हो गया है.

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सूची में नाम के आगे सिर्फ शहर का नाम लिखा गया है, जिससे उन्हें खोजना लगभग असंभव माना जा रहा है. वहीं, महासंपर्क अभियान से जुड़े पदाधिकारी खुद इन्हें ‘लापता सदस्य’ कह रहे हैं. इसके बाद से सदस्यता अभियान पर ही सवाल उठने लगे हैं.

छत्तीसगढ़ भाजपा के अध्यक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है कि सूबे में भाजपा के नए सदस्यों से संपर्क का अभियान शुरू किया गया है. डिजिटल टोली के माध्यम से प्रदेशभर में यह अभियान चल रहा है. पहले चरण में कार्यशाला का आयोजन किया गया है, जिसमें सभी सदस्यों से संपर्क करने की रणनीति पर विचार किया गया. केंद्रीय संगठन से जितने भी सदस्यों की सूची दी गई है, उन सबसे संपर्क करने की कोशिश की जाएगी.

राज्य में भाजपा के महासंपर्क अभियान में जुटे पदाधिकारियों ने जब मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की तो अधिकांश नंबर या तो बंद मिले, या फिर किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं मिला.

सबसे रोचक तो यह था कि मोबाइल पर संपर्क करने वाले पदाधिकारियों को कई लोगों ने यह कहा कि उनके मोबाइल से ‘जबरदस्ती’ मिस्ड कॉल कर दिया गया. वे पार्टी का सदस्य नहीं बनना चाहते थे, लेकिन सदस्यता अभियान में जुड़े सदस्यों ने जबरन मिस्ड कॉल कराया.

भाजपा ने सदस्यता के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए गांव की गलियों से लेकर शहर में मॉल, बाजार, पार्क, बस स्टैंड, आफिस यहां तक कि चावड़ी में भी मजदूरों को सदस्य बनाया है. अब यही अभियान उनके लिए भारी पड़ता जा रहा है.

छत्तीसगढ़ में मोबाइल से मिस्ड कॉल देने वालों को जिलों के आधार पर सूची मिली है. रायपुर में महासंपर्क अभियान के प्रभारी छगन मूंदड़ा ने बताया कि रायपुर में अविभाजित रायपुर की सूची आ गई है. इसमें बलौदाबाजार, गरियाबंद, सरायपाली तक के सदस्यों की सूची मिल गई है. जब उन सदस्यों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने अपना पता बाहर का बताया.

बताया जा रहा है कि प्रदेश में 20 फीसदी सदस्यों ने एसएमएस में पता के स्थान पर जिले का नाम लिखकर भेज दिया है. इससे अब उन्हें खोजने में दिक्कत हो रही है. रायपुर शहर को 16 मंडलों में बांटा गया है. आईटी सेल से जानकारी मिलने के बाद इन मंडलों के पदाधिकारी नए सदस्यों से संपर्क करेंगे और उनके पते दर्ज किए जाएंगे.

मिस्ड काल से सदस्य बनने वालों को खोजने की जिम्मेदारी भाजपा संगठन ने आईटी सेल को सौंपी है. आईटी सेल के पदाधिकारी हर जिले में तीन से चार सदस्यों की टीम बनाकर उन सदस्यों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने एसएमएस में अपना पता नहीं दिया है.

पार्टी सूत्रों के अनुसार, पदाधिकारी राजधानी रायपुर में एक-दो दिन में आईटी सेल सक्रिय होकर नए सदस्यों से संपर्क शुरू करने जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि नए सदस्यों को खोजने के लिए प्रदेश संगठन ने कुछ प्रोफेशनल्स को भी अपने साथ जोड़ा है.

अब मोबाइल कंपनियों से भी संपर्क कर उपभोक्ताओं का पता खोजा जा रहा है. बहरहाल, मिस्ड कॉल से बनने वाले भाजपा सदस्यों की ‘मिसिंग’ का मामला सूबे में चर्चा का विषय बनता जा रहा है.

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