भटकल क्यों सौंपा गया एनआईए को
पटना | एजेंसी: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इंडियन मुजाहिदीन के सह-संस्थापक यासीन भटकल की गिरफ्तारी के संबंध किसी प्रकार का बयान न दिए जाने पर विपक्ष आक्रमक रुख अपना रहा है.
इधर, राज्य के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने शनिवार को कहा कि भटकल की गिरफ्तारी कानूनी प्रक्रिया के तहत हुई है, जिसमें बिहार पुलिस ने सहयोग दिया.
अभयानंद ने पटना में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भटकल का बिहार में किसी प्रकार के अपराध करने का कोई रिकार्ड नहीं है और इस वजह से बिहार पुलिस ने न तो उसे रिमांड पर लिया और न ही उससे पूछताछ की.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी सहित कई एजेंसियों की खुफिया सूचना के आधार पर भटकल की गिरफ्तारी हुई है. नियम के तहत बिहार पुलिस ने एजेंसियों को सहयोग और सुरक्षा प्रदान की है.
पत्रकारों द्वारा भटकल के रक्सौल में रहने की बात पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भटकल रक्सौल में रह नहीं रहा था बल्कि उसके वहां आने की पुख्ता सूचना एजेंसियों को मिली थी.
शीर्ष वांछित आतंकवादी की गिरफ्तारी का श्रेय लेने से बचने के सवाल पर उन्होंने खुलकर कोई जवाब नहीं दिया. महानिदेशक ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के तहत भटकल की गिरफ्तारी हुई है.
उल्लेखनीय है कि भटकल और उसके साथी को बुधवार रात पूर्वी चंपारण के रक्सौल से गिरफ्तार किया गया था.