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मोदी से मिलेंगे मांझी

पटना | एजेंसी: बिहार में सत्ता संग्राम लगातार तेज होकर जटिल होता जा रहा है. एक तरफ मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पद से हटाने के लिए जनता दल युनाइटेड पुरजोर प्रयास में जुटा हुआ है, वहीं मांझी शाम को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने जा रहे हैं. जदयू के महासचिव क़े सी़ त्यागी ने रविवार को कहा कि बिहार में मचे सियासी घमासान की स्क्रिप्ट दिल्ली में लिखी गई है, जिसके सूत्रधार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह हैं.

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के साथ 130 विधायकों का समर्थन है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के विधायकों का भी नीतीश को समर्थन प्राप्त है.

इस बीच विधानसभा में राजद विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा, “राजद ने पूर्व में भी जदयू सरकार को मुद्दों के आधार पर समर्थन दिया था न कि किसी व्यक्ति को. अब जदयू विधायक दल ने नीतीश कुमार को नया नेता चुन लिया है तो पार्टी उन्हीं को समर्थन देगी.”

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया, “राजद, कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी तथा एक निर्दलीय विधायक के समर्थन का पत्र प्राप्त हो चुका है.”

दूसरी ओर, मांझी समर्थक मंत्री विनय बिहारी ने बताया कि मांझी के पास बहुमत है. उन्होंने दावा किया, “शनिवार को विधायक दल की बैठक में शामिल हुए कई विधायक भी उनके संपर्क में हैं.”

गौरतलब है कि जदयू के 20 मंत्रियों ने शनिवार रात राजभवन जाकर अपने इस्तीफे सौंप दिए थे.

जदयू के वरिष्ठ नेता और नीतीश समर्थक माने जाने वाले श्याम रजक ने बताया कि नीतीश समर्थक 20 मंत्रियों ने राजभवन जाकर सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया है. उन्होंने कहा कि मंत्रियों का इस्तीफा देने का फैसला पार्टी विधायक दल की बैठक में ही हो गया था.

इस बीच मुख्यमंत्री मांझी दिल्ली चले गए हैं और शाम को वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले हैं.

243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में वर्तमान सदस्यों की संख्या 233 है. इसमें बहुमत के लिए कम से कम 117 विधायकों का समर्थन चाहिए.

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