नया रायपुर पक्षी संरक्षण क्षेत्र घोषित
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ सरकार ने नया रायपुर सहित गिधवा, परसदा तथा मांढ़र को पक्षी संरक्षण क्षेत्र घोषित करने का निर्देश दिया है. इसके लिये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि पक्षी संरक्षण क्षेत्रों में ऐसे फलदार और फूलदार वृक्ष लगाए जाएं, जिनकी ओर अधिक से अधिक संख्या में पक्षी आकर्षित हो सकें. इसके लिये नया रायपुर की सड़कों और वहां बन रहे उद्यानों में भी ऐसी प्रजातियों के वृक्ष लगाए जायेंगे जिनके फलों और फूलों की ओर पक्षी आकर्षित होकर वहां अपना बसेरा भी बना सकें.
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को मंत्रालय में छत्तीसगढ़ राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक आयोजित की गई. मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि प्रदेश में जैव विविधता के संरक्षण और संवर्धन के लिए वन्य प्राणियों का भी सरंक्षण जरूरी है. उन्होंने इस विषय पर बैठक विशेषज्ञों और वन विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गहन विचार-विमर्श किया.
बैठक में इस बात पर संतुष्टि व्यक्त की गई कि छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या में वृद्धि हुई है. वन विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को राज्य में चल रही जामवंत परियोजना की जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में भालुओं की अनुमानित संख्या लगभग तीन हजार है और विशेषज्ञों के अनुसार देश में सर्वाधिक भालू छत्तीसगढ़ में हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भालुओं की गणना के लिए भी आवश्यक तैयारी के निर्देश दिए.
जंगली भैसों के संरक्षण के बारे में बैठक में बताया गया कि करनाल स्थित राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में छत्तीसगढ़ के जंगली भैंसों का क्लोन तैयार किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगली भैसों को विलुप्त होने से बचाने के लिए उनके क्लोन अधिक से अधिक संख्या में तैयार किए जाने चाहिए.
जंगली हाथियों की समस्या पर भी बैठक में विचार किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन हाथियों के आवागमन को चिन्हांकित करने के लिए उनमें रेडियो कॉलर लगाने के बारे में भी गंभीरता से सोचा जाना चाहिए. डॉ. सिंह ने जंगली हाथियों द्वारा जन-धन को पहुंचाए जा रहे नुकसान पर चिंता प्रकट की और अधिकारियों से कहा कि प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा तत्काल दिया जाना चाहिए.