‘पीके’: शंकराचार्य के समक्ष पक्ष रखा सेंसर बोर्ड ने
नरसिंहपुर | समाचार डेस्क: ‘पीके’ पर बढ़ते विवादों के बीच सेंसर बोर्ड के सदस्यों ने शंकराचार्य से भेंट कर अपना पक्ष रखा. उल्लेखनीय है कि द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा फिल्म ‘पीके’ को हिन्दुओं के आस्था पर चोट करने वाला बताया था उसके बाद से देशभर में इसका विरोध शुरु हो गया है. द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा फिल्म ‘पीके’ को हिंदुओं की आस्था पर चोट बताने के बाद इसके विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के बीच सेंसर बोर्ड के सदस्यों ने शंकराचार्य के आश्रम पहुंचकर रविवार को उनसे मुलाकात की और उनके समक्ष अपना पक्ष रखा. शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा ‘पीके’ फिल्म का विरोध जताने और देश के कई शहरों में हो रहे प्रदर्शन के बाद सेंसर बोर्ड के सदस्य सतीश कल्याणकर तथा रूप कुमार शर्मा ने रविवार की शाम आश्रम में शंकराचार्य से मुलाकात की.
आश्रम के अधिकारी विद्यानंद ब्रह्मचारी ने सोमवार को संवाददाताओं से बताया कि बोर्ड के सदस्यों ने शंकराचार्य के सामने अपना पक्ष रखा.
विद्यानंद ने बताया कि शंकराचार्य को फिल्म के निर्देशक राजकुमार हिरानी का पत्र भी मिला है. हिरानी ने 12 जनवरी के बाद शंकराचार्य से मुलाकात की बात कही है.
इस बीच, इंदौर में रविवार को साधु-संतों के एक दल ने पीवीआर में जाकर फिल्म देखी और उसमें दिखाए गए दृश्यों एवं संवादों को हिंदू विरोधी करार दिया. उन्होंने भी फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की.