जनता परिवार का विलय होगा
पटना | एजेंसी: देशभर में भाजपा की बढ़त को देखते हुए पूर्व के जनता परिवार से बने राजनीतिक दल मिलकर एक पार्टी बनाने जा रहें हैं. खासकर झारखंड के चुनाव परिणाम आने के बाद स्पष्ट हो गया है कि इस क्षेत्र में भाजपा ने अच्छी पैठ बना ली तथा सरकार बनाने की काबिलियत रखती है. इस कारण से बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के रथ को रोकने के लिये जनता परिवार से बने राजद तथा जदयू खासकर विलय चाहती है. कुछ दिनों पूर्व नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर जनता परिवार के 6 दलों का संयुक्त प्रदर्शन हो चुका है. केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी से मुकाबले के लिए जनता दल परिवार की छह पार्टियों का जनवरी में विलय हो जाएगा.
जनता दल युनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल ने यहां गुरुवार को यह जानकारी दी. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा, “झारखंड में आए चुनाव परिणाम के बाद भाजपा के विजय रथ को रोकने के लिए अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के पहले छह पार्टियों का जनवरी में विलय हो जाएगा.”
उन्होंने कहा कि बिहार तथा राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पार्टी का गठन होगा.
राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, “बिहार विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा से मुकाबले के लिए पार्टियों का विलय समय की मांग है.”
उन्होंने कहा कि छह पार्टियां विलय के बाद संयुक्त अभियान की शुरुआत करेगी.
वहीं राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि वह और नीतीश कुमार देशभर में गैर भाजपा दलों को एकजुट होने का मजबूत संदेश देना चाहते हैं, ताकि देश की ‘सर्वधर्म समभाव’ वाली छवि कायम रह पाए. दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा सभी धर्मो को साथ लेकर चलने की है. मौजूदा समय में देश की छवि धर्मातरण और दंगों वाले देश के रूप में बन रही है, जो चिंता का विषय है.