‘जल्द पाकिस्तान लौटूंगी’: मलाला
इस्लामाबाद | एजेंसी: नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मलाला अपनी परीक्षाएं समाप्त होने के बाद पाकिस्तान लौटना चाहती हैं. मलाला ने कहा कि उनका नोबेल पुरस्कार उन बच्चों को समर्पित है जो अपने अधिकारों के लिये आवाज़ उठाते हैं. पाकिस्तान की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला युसूफजई ने अगले साल पाकिस्तान लौटने की इच्छा जाहिर की है. 17 वर्षीया मलाला ने ओस्लो में एक साक्षात्कार के दौरान कहा, “इंशाअल्लाह मैं जल्द पाकिस्तान लौटूंगी. अगले साल जब मेरी जीसीएसई की परीक्षाएं खत्म हो जाएंगी, तो इंशाअल्लाह मैं यकीनन लौटूंगी.”
मलाला, नोबेल शांति पुरस्कार पाने वाली सबसे कम उम्र की शख्स हैं. वह जब 15 साल की थीं, तो कन्या शिक्षा अभियान की अगुवाई करने से बौखलाए तालिबान के एक आतंकवादी ने उन्हें सिर में गोली मार दी थी.
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद मलाला ने कहा कि वह इसे पाकर गौरवान्वित महसूस करती हैं.
समाचारपत्र ‘डॉन’ ने मलाला के हवाले से कहा, “मेरे और देश के लिए इस पुरस्कार को जीतना गौरव की बात है. यह पुरस्कार उन सब बच्चों के लिए है, जो अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाते हैं.”
मलाला को भारत में बाल अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ बुधवार को ओस्लो में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.