फर्जी डॉक्टर, असल दवा और बेबस मरीज
रतनपुर | उस्मान कुरैशी: छत्तीसगढ़ में झोलाछाप डॉक्टरों का कारोबार बेखौफ जारी है. इससे सबसे ज्यादा शिकार गरीब तथा अनजान मरीज हो रहें हैं जो फर्जी डिग्रियों वाले डॉक्टरों के चंगुल में फंसकर अपनी जान की बाजी लगा देते हैं. ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के रतनपुर में प्रकाश में आया है. जहां कथित होमियोपैथिक डाक्टर के क्लीनिक से सैकड़ो की तादात में एलोपैथिक और आर्युवेदिक दवाएं बरामद हुई है.
इन दवाओं में प्रतिबंधित सिप्रोसीन की एक टेबलेट, अन्य दवा और सर्जिकल स्प्रिट से भरी एक छोटी शीशी भी मिली है. डाक्टर के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है.
रतनपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत खैरा के अपने क्लीनिक में कथित होमियोपैथिक डाक्टर कुमार सिंह राजपूत ने एक महिला का उपचार किया. इससे उसकी हालत बिगड़ गई. जिसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रतनपुर लाया गया. इस घटना की सूचना के बाद बीएमओ डा. ध्रुव और तहसीलदार रतनपुर एस राय ने अमले के साथ खैरा स्थित डाक्टर के क्लीनिक में छापा मारा . जहां भारी मात्रा में एलोपैथिक और आर्युवेदिक दवाएं बरामद हुई है.
इस कथित डॉक्टर के पास से काउंसिल ऑफ इलेक्ट्रो-होम्योपेथिक सिस्टम मेडीसीन, का कथित प्रमाण पत्र जब्त किया गया है. जाहिर है कि कथित डॉक्टर के पास मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की मान्या या मान्यता प्राप्त होमियोपैथिक का डिप्लोमा या किसी तरह की आयुर्वेदिक डिग्री नहीं है. इस कारण से उनके द्वारा एलोपैथिक या आयुर्वेदिक तथा होमियोपैथिक विधि से मरीज का इलाज करना पूर्णतः गैर-कानूनी है.
उल्लेखनीय है कि कथित झोलाछाप डॉक्टर के पास से बरामद सिप्रोसीन की गोली पुरानी है तथा वह छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के पहले की है. इससे इस बात की पुष्टि होती है कि झोलाछाप डॉक्टरों को मरीज के जान से खिलवाड़ करने के लिये प्रतिबंधित दवा की जरूरत नहीं हैं. यह कारनामा वह अपने अत्रान से ही कर लेते हैं.
कार्रवाई के दौरान अमले को नवल मेडिकल ऐजेंसीज महामाया चौक, रतनपुर रोड, बिलासपुर के काफी संख्या में दवाओं के बिल भी बरामद हुए हैं. जिससे बीते कुछ महीनों में सिप्रोसीन दवाओं के खरीदे जाने का भी उल्लेख है. जांच अमले ने कथित होमियोपैथिक डाक्टर से उपचार किए लोगों की जानकारी भी मांगी जिसका उसने किसी भी प्रकार का लेखा जोखा होने से इंकार किया. उसने आसपास के चार पांच गांवों में घूम घूम उपचार करने की बात जरूर कबूली है.
तहसीलदार रतनपुर एस राय के मुताबिक खैरा के झोलाछाप डाक्टरों के घूम-घूम कर प्रेक्टिस करने की जानकारी मिली थी. बुधवार को कुमार सिंह के इलाज के बाद महिला की हालत बिगड़ने की जानकारी मिली जिसके बाद यहां कार्रवाई की गई है. जिसमें 67 प्रकार की ऐलोपैथिक दवाएं बरामद की गई है. जिनमें सिप्रोसीन की एक टेबलेट भी है. थाना प्रभारी विलियम टोप्पों के मुताबिक डाक्टर के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है.