राष्ट्र

‘हुदहुद’ के बाद लौट रही जिंदगी

विशाखापत्तनम | एजेंसी: हुदहुद तूफान के गुजर जाने के बाद विशाखापत्तनम में जिंदगी अपने पटरी पर लौट रही है. प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि घऱ, खाद्य पदार्थ, पीने के पानी तथा चिकित्सा की तत्काल व्यलस्था करायें. पड़ोस के पूर्वी व पश्चिमी गोदावरी जिलों से टैंकर के जरिए पानी लाकर स्थानीय लोगों को इसकी आपूर्ति की जा रही है, जबकि दूध और सब्जियां भी बड़ी मात्रा में उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इमारतों में पानी पहुंचाने के लिए दमकल की गाड़ियों को भी काम में लगाया गया है.

पिछले दो दिनों से मुश्किलों का सामना कर रहे लोगों के लिए यह बड़ी राहत है. संचार सेवा आंशिक रूप से बहाल हो गई है, जबकि प्रशासन को अभी भी बिजली संकट से जूझना पड़ रहा है.

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू ने संवाददाताओं को बुधवार को बताया कि वैकल्पिक प्रबंध के जरिए बिजली कुछ इलाकों में बहाल कर दी गई है. उन्होंने बताया कि 40,000 बिजली के खम्भे क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिसके कारण बिजली आपूर्ति का काम कठिन हो गया है.

नायडू ने कहा कि प्रभावित जिलों के नौ लाख परिवारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए मुफ्त राशन दिया जाएगा. प्रत्येक परिवार को 25 किलोग्राम चावल, पांच लीटर किरासन तेल, तीन किलोग्राम चीनी, एक किलोग्राम ताड़ का तेल, तीन किलोग्राम आलू और एक किलोग्राम प्याज उपलब्ध कराया जाएगा.

इस बीच, खुदरा व्यापारियों ने मौके का फायदा उठाते हुए आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ा दी है. प्रशासन ने हालांकि, कमी की स्थिति से निपटने के लिए बड़ी मात्रा में सब्जियां बाजार में पहुंचाई है.

नायडू ने कहा कि सब्जियां तीन से चार किलोग्राम दी जा रही हैं. पांच लाख लीटर दूध भी शहर में भेजा गया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हवाई मार्ग से लाए गए छह लाख भोजन के पैकेट मंगलवार को वितरित किए गए हैं, जबकि राहत शिविर बरकरार है. करीब छह लाख लोगों ने विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम, विजयनगरम और पूर्वी गोदावरी जिले में शरण ले रखी है.

प्रशासन पेट्रोल पंपों में पेट्रोल और डीजल भी पर्याप्त मात्रा में पहुंचा रहा है.

गौरतलब है कि बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान हुदहुद रविवार दोपहर विशाखापत्तनम तट से टकराया था, जिसमें तीन जिलों के 25 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.

आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, हुदहुद तूफान में 43 लोग घायल भी हुए हैं और करीब 8,000 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

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