जम्मू: कई गांवों अब तक नहीं पहुंचा राहत
जम्मू | एजेंसी: जम्मू क्षेत्र के सबसे अधिक प्रभावित चार जिलों के कई गांवों में लगातार तीसरे दिन गुरुवार को बारिश की वजह से राहत टीम नहीं पहुंच पाई है. डोडा, रीसी, राजौरी और उधमपुर जिलों में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर देखा गया है.
उन्होंने बताया कि राजौरी जिले में संपर्क से कट गए गांवों के कुछ निवासियों ने अधिकारियों के भोजन के पैकेट हेलीकॉप्टर द्वारा भेजे जाने के दावे को खारिज किया है.
उन्होंने बताया कि धाराल, थाना मंडी, खवास पीरी, कांदी, बुधाल और अन्य गांवों में पिछले चार दिनों से कोई भी राहतकर्मी नहीं पहुंचा है.
पूर्व मंत्री पुरण सिंह ने कहा कि वह किसी तरह राजौरी के जिलाधीश से संपर्क बना पाए, जिन्होंने उन्हें राहत का वादा किया, लेकिन पिछले तीन दिनों से कोई भी उनकी मदद के लिए कोई नहीं आया.
जम्मू इलाके में हजारों घर, सरकारी इमारतें और पंचायत कार्यालय पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं.
राजौरी, रीसी, डोडा और उधमपुर के कुछ इलाकों के निवासियों को खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है.
बीएसएनएस अधिकारियों ने जम्मू में बताया कि कश्मीर घाटी के 371 एक्चेंज में से 121 पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
एक अधिकारी ने बताया, “हमने इसमें से 31 को ठीक किया है और गुरुवार शाम तक और एक्सचेंज के ठीक होने की संभावना है.”
जम्मू की दो बड़ी नदियों चेनाब और तवी में गुरुवार को भी जलस्तर घट रहा है.
इधर, घाटी में प्रशासन जहां चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की बात कह रही है, वहीं राज्य सरकार और इसके अधिकारी घाटी के मुकाबले जम्मू क्षेत्रों में ज्यादा नजर आ रहे हैं.