एफडीआई के ‘अच्छे दिन’ आयेंगे
कोलकाता | एजेंसी: ममता ने मोदी सरकार को एफडीआई सरकार कहा है. गुरुवार को आम बजट पेश किये जाने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी नीत सरकार ‘एफडीआई की, एफडीआई के द्वारा और एफडीआई के लिए’ होकर रह गई है.
दरअसल, मोदी सरकार ने अपने पहले बजट में बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मौजूदा 26 फीसदी से बढ़ाकर 49 फीसदी करने का फैसला लिया है, जबकि रक्षा क्षेत्र में भी एफडीआई को 26 से बढ़ाकर 49 फीसदी किया गया है.
ममता ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है, “हमने इस सरकार के सत्ता में आने से पहले मजबूत और जीवंत भारत के बारे में सुना था. हम सोचते थे कि यह सुशासन मुहैया कराएगी.”
उन्होंने आगे लिखा है, “लेकिन शुरुआत से ही हम निराश हो रहे हैं. दो बजटों में नई सरकार का केवल एक ही सकारात्मक संकेत है कि वह एफडीआई की, एफडीआई के द्वारा और एफडीआई के लिए सरकार है.”
उन्होंने कहा है, “खुदरा में एफडीआई पहले से ही है. अब रक्षा और बीमा क्षेत्रों में एफडीआई को 49 फीसदी किया जा रहा है. इसके अलावा बैंकिंग क्षेत्र में 49 फीसदी विनिवेश किया जाएगा. इन सभी का देश की जनता पर विपरीत असर पड़ेगा.”
मुख्यमंत्री ने कहा है, “यहां तक कि गरीबों के लिए चलने वाली 100 दिन रोजगार योजना के लिए एक भी पैसा नहीं बढ़ाया गया है. दूसरी तरफ पेट्रोल, डीजल और किरासन के साथ ही फल-सब्जियों के दाम रोजाना बढ़ते जा रहे हैं.”
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि नई सरकार ‘राजनीतिक वैर साधने’ की राह पर अग्रसर है. इसकी नीयत ठीक नहीं है, शायद इसलिए इसके बजट में कोई दृष्टि नहीं है.