सुनंदा की पीएम रिपोर्ट नहीं बदली गई
नई दिल्ली | एजेंसी: एम्स प्रशासन ने बुधवार को डॉक्टर सुधीर गुप्ता के उन आरोपों का खंडन किया है. एम्स ने कहा है कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई हेरफेर नहीं किया गया था.
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने बुधवार को अधिकारियों से अपनी दिवंगत पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले की ‘गहन जांच’ और ‘त्वरित एवं पारदर्शी’ तरीके से जांच पूरी करने का अनुरोध किया.
प्रसूति एवं स्त्रीरोग विज्ञान विभाग की चिकित्सक नीरजा भटला ने कहा, “एम्स प्रशासन को मीडिया के माध्यम से सुधीर गुप्ता द्वारा सुनंदा पुष्कर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेरबदल का दबाव डालने के आरोप लगाने की जानकारी मिली है.”
उन्होंने कहा, “एम्स प्रशासन इस प्रकार के आरोपों को सिरे से खारिज करता है.”
यहां एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, “पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बदलाव का कोई प्रयास नहीं किया गया.”
इससे पहले मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि एम्स में फोरेंसिक विभाग के विभागाध्यक्ष सुधीर गुप्ता ने कहा कि पुष्कर की मौत ‘स्वाभाविक’ दर्शाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने उनपर दबाव डाला था.
एम्स ने साफ किया कि सुधीर गुप्ता ने नई दिल्ली के मुख्य केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण, कैट के समक्ष फोरेंसिक मेडिसिन के एक अन्य फैकल्टी को प्रोन्नत किए जाने के खिलाफ मामला दायर कर रखा है.
उन्होंने कहा, “यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है और माननीय कैट का फैसला अभी प्रतीक्षित है.”
एम्स के प्रवक्ता अमित गुप्ता ने कहा कि सुधीर गुप्ता अभी भी एम्स के फोरेंसिक विभाग के विभागाध्यक्ष हैं और उनपर एम्स प्रशासन की ओर से कोई दबाव नहीं है.
गुप्ता ने कहा, “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक पत्र प्राप्त हुआ है और मामले में जानकारी मांगी गई है. इसका जवाब तैयार कर लिया गया है और मंत्रालय को भेजा जाएगा.”
पुष्कर नई दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में 17 जनवरी को मृत पाई गई थी.