गोवा में तलवार बनाम बंदूक ?
पणजी | एजेंसी: क्या आपने कभी कल्पना की है कि नागरिकों को तलवार से जूझने के लिये बंदूक देने की सिफारिश की गई हो ? ऐसा हमारे देश के एक राज्य गोवा के राजधानी पणजी के महापौर ने की है. अब यदि बंदूक के बल पर तलवार को रोकने की कोशिश की गई तो इसका समाज पर क्या प्रभाव पड़ेगा इसकी सहज कल्पना की जा सकती है.
गौरतलब है कि गोवा की राजधानी पणजी के महापौर चाहते हैं कि अगर श्री राम सेना प्रमुख प्रमोद मुथालिक यहां कोई अभियान शुरू करते हैं तो राज्य सरकार गोवा वासियों को हथियारबंद करने के लिए उन्हें बंदूक के लाइसेंस जारी करे.
पणजी के महापौर सुरेंद्र फर्टाडो ने कहा कि मुथालिक का मकसद हिंसा के जरिए गोवावासियों के मन में भय पैदा करना है और राज्य के निवासियों को हथियारबंद करना भय को समाप्त करने का बेहतर तरीका हो सकता है.
फर्टाडो ने कहा, “वह सभी हिंदुओं को तलवारें और भगवद गीता की प्रतियां बांटना चाहते हैं. कानून का पालन करने वाले नागरिक, चाहे वे किसी भी धर्म के हों, अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकते हैं, बशर्ते कि उन्हें इसके लिए बंदूक खरीदने और साथ रखने की अनुमति मिल जाए.”
उन्होंने कहा, “मैं यह सुनिश्चित करने का सिर्फ उपाय सुझा रहा हूं कि गोवावासियों को आत्मरक्षा का एक मौका मिले.”
कुछ माह पूर्व, गोवा में एक धार्मिक सभा के दौरान मुथालिक ने हिंदुओं को अपने घरों में तलवारें रखने की नसीहत दी थी. उन्होंने कहा था कि उनकी श्री राम सेने प्रत्येक हिंदू घर में एक तलवार और भगवदगीता की एक प्रति भेंट करेगी.
मुथालिक ने कहा कि वह श्री राम सेने का गोवा अभियान सितंबर से शुरू करेंगे.