राष्ट्र

फिर से काले दिन देखने नहीं पड़ेंगे- मोदी

नई दिल्ली | विशेष संवाददाता: अपने सरकार के 1 माह पूरे होनें पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ब्लाग के माध्यम से लोगों को कहा है कि सुशासन के माध्यम से मजबूत संस्ताओं का निर्माण करेंगे ताकि काले दिन फिर न देखने पड़े. उनका इशारा साफ तौर पर कांग्रेस के शासनकाल की ओर था. इसी के साथ उन्होंने कहा कि “यदि हम अपने लोगों को विचार एवं अभिव्यक्ति की आज़ादी की गारंटी नहीं दे पाएंगे, तो हमारा लोकतंत्र स्थिर नहीं रह पाएगा.”

मोदी ने लोगों का ध्यान महंगाई से हटाकर भरसक कोशिश की कि इंदिरा गांधी के समय के आपातकाल को फिर से याद दिला दिया जाये. उन्होंने अपने ब्लाग में लिखा है कि “1975 में मैंने एक ऐसा महत्वपूर्ण दौर देखा था जिसने मुझे लोकतंत्र का महत्व समझाया था. 26 जून की ही वह तारीख थी जब देश में आपातकाल शुरु हुआ. यह आपातकाल एक दिन पहले ही लागू कर दिया गया था. एक युवा के रूप में परीक्षा की उन घडियों की कई यादें आज भी मेरे मन में ताजी हैं.”

कांग्रेस के काले दिनों की व्याखा करते हुए मोदी ने लिखा है “आपातकाल निश्चित तौर पर हमारे देश के इतिहास का एक सबसे काला दौर था जो इस बात की दुखद याद दिलाता है कि किस तरह बोलने की आजादी, प्रेस की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी के साथ-साथ विपक्षियों को खामोश करने का प्रयास किया गया था.”

मीडिया में महंगाई को लेकर चल रहें खबरों का उल्लेख न करते हुए मोदी ने तंज कसा कि “100 दिनों की बात तो छोड़िए, सौ घन्टे से भी कम समय में आरोपों का सिलसिला शुरु हो गया था . लेकिन, जब कोई राष्ट्र सेवा के एक मात्र लक्ष्य को लेकर संकल्प के साथ कार्य करता है, तो इन बातों का कोई अर्थ नहीं रह जाता है. यही कारण है कि मैं बिना विचलित हुए निरंतर कार्य में रत रह पाता हूं और संतोष भी मिलता है.”

मोदी ने अपने ब्लाग में सरकार के एक माह पूरा होने पर मेरे कुछ विचार के नाम से इन बातों को जनता के सामने रखा है. उन्होंने साफ कर दिया है कि “पिछली सरकारों के 67 वर्षों के कार्यकाल की तुलना में एक माह कुछ भी नहीं है. लेकिन मैं यह कहना चाहता हूँ कि पिछले माह में हमारी पूरी टीम ने लोगों की भलाई के लिए हर पल कार्य किया है. हमने जो भी निर्णय लिए वे पूरी तरह से राष्ट्रहित से अनुप्रेरित है.”

अपने संबोधन में उन्होंने अंत में कहा कि “मैं एक बार फिर भारत की जनता को नमन करता हूं उनके मजबूत समर्थन और शुभकामनाओं के लिए मैं आप सभी को भरोसा दिलाता हूं कि आने वाले वर्षों में हम भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”

मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद जनता से कही गई ये बाते साफ इशारा करती है कि वह आलोचनाओं से न घबराकर अपना काम करते रहेंगे. उनके ब्लाग में लिखे गये शब्दों तथा वाक्यों से स्पष्ट है कि वह अपने विचारों के प्रति दृढ़प्रतिज्ञ हैं. इसे मोदी की रणनीति ही कहा जायेगा कि पहले तो उन्होंने लोगों को कांग्रेस के काले दिनों को याद दिलाया फिर अपने सरकार को काम करने के लिये वक्त मांगा है.

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