छत्तीसगढ़

अनुदान के लिए भटकता राष्ट्रीय खिलाड़ी

रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में एक राष्ट्रीय स्तर का ताइक्वांडो खिलाड़ी अपने इलाज का आर्थिक अनुदान पाने के लिए सालभर से दर-दर की ठोकरें खा रहा है. राष्ट्रीय स्तर पर चयनित इस होनहार खिलाड़ी योगेंद्र कुमार मांडले की सुध लेने वाला कोई नहीं है. खिलाड़ी छात्र सहायता के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाकर थक चुका है. योगेंद्र फिंगेश्वर के शासकीय ठाकुर दलगंजन सिंह उच्चतर माध्यमिक शाला में कक्षा 12वीं का छात्र है.

जानकारी के मुताबिक, उसका चयन राष्ट्रीय स्तर पर ताइक्वांडो स्पर्धा के लिए दिसंबर 2012 में हुआ था. चार दिवसीय अभ्यास शिविर के दौरान 26 दिसंबर 2012 को अचानक पेट में चोट लगने के कारण उसे कैंप प्रभारी द्वारा रायपुर के मेडिसाइन अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

उस समय उपचार के दौरान छात्र एवं उसके परिवार के 1 लाख 28711 रुपये खर्च हुए, जिसकी चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए छात्र एवं उसके परिवार ने स्कूल के प्राचार्य के नाम आवेदन दिया था. प्राचार्य ने उसका आवेदन जिला शिक्षा अधिकारी गरियाबंद को अग्रेषित कर दिया. जिला शिक्षा अधिकारी गरियाबंद ने 21 जनवरी 2013 को संचालक लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ रायपुर को मेडिकल वाउचर सहित आवेदन अग्रेषित कर दिया.

बताया जाता है कि इसके बाद से आज तक इस छात्र को चिकित्सा प्रतिपूर्ति की राशि प्राप्त नहीं हो पाई है. खिलाड़ी छात्र एवं उसका परिवार कर्ज में डूबा हुआ है.

गरियाबंद के जिला शिक्षा अधिकारी बी.आर. ध्रुव का कहना है कि अनुदान देने का अधिकार समाज कल्याण विभाग का है, शिक्षा विभाग ने आवेदन समाज कल्याण विभाग को अग्रेषित कर दिया है.

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