मोदी के शौचालय पर भड़के रमेश
नई दिल्ली | संवाददाता: ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने नरेंद्र मोदी को उनके शौचालय-देवालय वाले बयान पर घेरा है. रमेश ने मोदी से सवाल किया है कि क्या वे बहुजन समाज पार्टी नेता कांशीराम द्वारा दिए गए अयोध्या में महाशौचालय बनाने के सुझाव से भी सहमत हैं?
गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को एक आयोजन को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देवालय से पहले शौचालय होने चाहिए. उन्होंने कहा था, “मेरी पहचान तो हिंदूत्ववादी की है लेकिन मैं अपनी असली सोच बताता हूं. मैं अपने राज्य में कहता हूं, पहले शौचालय फिर देवालय. हर गांव में लाखों रुपये के देवालय तो हैं, लेकिन शौचालय नहीं.”
रमेश ने न्यूज़ चैनलो से बातचीत करते हुए कहा कि खुद को हिंदुत्ववादी बताने वाले मोदी रोज अब नए अवतार में सामने आते हैं. उन्होंने कहा, ‘हमारे यहां दशावतार की बात कही जाती है, लेकिन उनके लिए यह शब्द कम पड़ेगा. वह शतावतार वाले नेता हैं.’
रमेश ने यह भी कहा कि अगर मोदी को यह ज्ञान 22 साल पहले आया होता तो बाबरी मस्जिद विध्वंस जैसी घटना नहीं होती. उन्होंने कहा कि इससे पहले मैंने पिछले वर्ष अक्टूबर में ऐसा ही बयान दिया था तो भाजपा, संघ और बजरंग दल जैसे संगठन मेरे विरोध में आ गए थे, वे अब क्यों चुप हैं?
उल्लेखनीय है कि इससे पहले पिछले जयराम रमेश ने निर्मल भारत यात्रा की शुरुआत करते हुए कहा था कि देश की 64 फीसदी आबादी आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर है, इसलिए देश को मंदिरों से ज्यादा शौचालयों की जरूरत है.
रमेश के इस बयान पह भाजपा के अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे हिंदुत्ववादी संगठनों ने उनका जमकर विरोध किया था और विरोधस्वरूप बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने रमेश के सरकारी निवास के सामने पेशाब भी किया था.