चार महीने में बहे पुल की जाँच होगी
बलरामपुर | एजेंसी: बलरामपुर मुख्यालय से महज 20 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत बरदर के सिलपट नाले पर लाखों की लागत से बने पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. महज चार महीने पहले बने पुल के बह जाने पर ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुये प्रशासन ने इस मामले में जांच के निर्देश दिये है तथा उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
गौरतलब है कि मनरेगा के तहत इस कार्य के प्रारंभ होते ही ग्रामीणों में बहुत खुशी थी, लेकिन पुल बन कर तैयार होते ही पहली बारिश में बह गया. लगभग 10 लाख की लागत से बनने वाला यह पुल ग्रामीणों की मांग पर सरगुजा के पूर्व कमिश्रर पैकरा ने घोषणा की थी. अब वहीं ग्रामीणों को इस पुल के बह जाने से आने -जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड रहा है.
ज्ञात हो कि इस कार्य की स्वीकृति वित्त वर्ष 2013-14 में हुई थी और स्वीकृत वर्ष में ही कार्य प्रारंभ कर दिया गया था. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि इस कार्य को बलरामपुर के एक बीडीसी द्वारा ही कराया गया था.
इस मामले में ब लरामपुर कलेक्टर सी आर प्रसन्ना ने जानकारी देते हुये बताया कि सिलपट नाला पर बने पुल के बारे में पता चला है कि उसके निर्माण में जिस सामग्री का उपयोग हुआ है उसकी क्वालिटी में जो गड़बड़ी हुई है उसके पीछे सरपंच एवं सचिव की लापरवाही हो सकती है .
उन्होंने कहा कि इस में जो बीडीसी सदस्य का संलिप्त होना पता चल रहा है तो इसकी जांच कराई जायेगी और इस में जो भी दोषी पाया जायेगा, उस पर कार्यवाही की जायेगी.