आत्महत्या के ज्ञापन पर सरकारी पावती
रायपुर | संवाददाता: जांजगीर-चांपा के एक परिवार द्वारा मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम में दिए गए आत्मदाह की चेतावनी के ज्ञापन पत्र को अधिकारियों द्वारा सील लगाकर पावती देने का मामला सामने आया है. केरा रोड (मुर्राभट्ठा) निवासी धनंजय दुबे कुछ दिनों पहले अपने परिवार समेत मुख्यमंत्री जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचा..
धनंजय दुबे का कहना है कि उसका परिवार घर-जमीन का आम रास्ता बंद कर मारपीट करने एवं जान से मारने की धमकी देने वालों से परेशान है जिसके लिए वह मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत करना चाह रहा था.
बार-बार सरकारी नजरअंदाजी से परेशान होकर वह परिवार समेत आत्मदाह की चेतावनी का ज्ञापन देने जनदर्शन पहुंचा तो वहां के अधिकारियों ने उसके पत्र पर सील लगाकर पावती भी दे दी और उसे 28 अक्टूबर तक समस्या का हल करने का समय दिया.
धनंजय बताता है कि जनदर्शन कार्यक्रम में ऐसे व्यवहार से परेशान हो उसने जांजगीर-चांपा के कलेक्टर को भी उसकी प्रति सौंपी, लेकिन वहां भी कोई कार्रवाई नहीं की गई
अपनी परेशानी बताते हुए उन्होने कहा कि उनका परिवार अपनी घर-जमीन के सामने से आम रास्ता बंद करने से भारी परेशान है. उसका कहना है कि रास्ता बंद करने के संबंध में कुछ बोलते हैं, तो दूसरे पक्ष के लोग उसके घर तलवार लहराते हुए घुसकर मारपीट करते हैं. महिलाओं के साथ अत्याचार करते हैं.
इसके अलावा सरकारी जमीन से आम रास्ता बंद करने से उनकी निस्तारी नहीं हो पा रही है. धनंजय दुबे ने एक पत्रकारवार्ता में बताया कि उसके परिवार में मां, पत्नी व दो बच्चे हैं. रास्ता बंद कर दादागिरी करने वालों से वे लोग त्रस्त हैं.
उनका कहना है कि बहुत ही मुश्किल से उसका मकान बना है. रास्ता बंद कर देने से उन्हें अपने घर में घुसना मुश्किल हो गया है. ऐसी स्थिति में वे सब गुंडागर्दी से घस्त होकर मुख्यमंत्री निवास के सामने सामूहिक आमदाह करने बाध्य हैं. पीडि़त परिवार का यह भी कहना है कि जमीन की खरीदी बिक्री में लगे लोग वहां करोड़ों की सरकारी जमीन पर कजा करने का प्रयास कर रहे हैं.
उसने बताया कि इस संबंध में वह परिवार समेत मुख्यमंत्री से मिलकर याय की गुहार लगाने गया था, लेकिन उसे उनसे मिले बिना वापस लौटा दिया. इसके बाद उसने इसकी प्रति जांजगीर-चांपा कलेक्टर को देकर न्याय की मांग की, पर कुछ नहीं हुआ. अब यह परिवार गुंडागर्दी करने वालों से त्रस्त होकर आमदाह करने के लिए विवश है.
जांजगीर-चांपा एसपी शेख आरिफ हुसैन का कहना है कि दुबे परिवार पर अयाचार और उस परिवार के सामूहिक आमदाह की उनके तक कोई सूचना नहीं है. ऐसी सूचना आने पर टीम भेजकर मामले को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा लेकिन फिलहाल इस संबंध में कुछ कहना मुश्किल है.