संसद में कोहराम: पीएम जवाब दें
नई दिल्ली | एजेंसी: भाजपा ने सोमवार को संसद में कोल आबंटन से संबंधित फाइलों के गायब हो जाने को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बयान देने की मांग की है. आज दोनो सदनों मे इन फाइलों को लेकर कोहराम मचा रहा तथा उन्हे दो-दो बार स्थगित करना पड़ा. इसी कारण खाद्य बिल पर चर्चा नही हो सकी.
राज्यसभा में जब कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने बयान देना शुरु किया तो भाजपा सदस्यों ने बाधा पैदा किया जिससे कार्यवाही को फिर से स्थगित करना पड़ा. लोकसभा में वामदलों और जनता दल (यूनाइटेड) ने महंगाई का मुद्दा उठाया. बाध्य होकर अध्यक्ष मीरा कुमार को सदन की कार्यवाही डेढ़ घंटे के लिए स्थगित कर देनी पड़ी.
ज्ञात्वय रहें कि कोयला घोटालें से संबंधित 11 कंपनियों के फाइलें कोल मंत्रालय से गुम हो गई है. इसी कारण इन्हें सीबीआई को सौंपा नही जा सका है. इन 11 कंपनियों के निदेशकों के नाम एफआईआर में भी है. अगर ये फाइलें नहीं मिलती हैं तो सीबीआई का केस कमजोर पड़ जाएगा. फाइलों के गायब होने से इस केस की जांच को झटका लगेगा.
दूसरी ओर विपक्ष का आरोप है कि इन फाइलों को जानबूझकर गायब किया गया है ताकि सीबीआई के जांच में बाधा पहुंचे. वहीं कोयला मंत्री के मुताबिक वो कोशिश कर रहे हैं कि दूसरे मंत्रालयों से संपर्क कर गुम हुई फाइलें ढूंढ़ी जाएं. विपक्ष का आरोप है कि प्रधानमंत्री को बचाने के लिये यह सब किया जा रहा है.
जिस प्रकार कभी अमरीका में वाटरगेट कांड प्रकाश में आया था तथा तत्कालीन राष्ट्रपति को इस्तीफा देना पड़ा था उसी प्रकार भारत का कोलगोट स्कैम यूपीए सरकार के गले की फांस बनता चला जा रहा है. ताजा मामला इससे जुड़ी महत्वपूर्ण फाइलों के गायब हो जाने को लेकर हो रहा है.