छत्तीसगढ़ के जंगल में 6972 जगहों पर आग
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के जंगल धूं-धूं कर जल रहे हैं. गर्मियों में हर साल लगने वाली जंगल की आग इस बार भयावह है. संकट ये है कि हर साल इस आग पर काबू पाने वाला वन विभाग का ज़मीनी अमला 21 मार्च से हड़ताल पर है.
राज्य के वन विभाग के अनुसार राज्य के एक छोर बलरामपुर-रामानुजगंज से लेकर दूसरे छोर सुकमा तक के जंगल में आग लगी हुई है.
एक आंकड़े के अनुसार राज्य के अलग-अलग जंगलों में कम से कम 6972 जगहों पर आग लगी हुई है.
आग के कारण बहुमूल्य वनस्पति और वनोषधि स्वाहा हो रही है, तो कहीं लाखों के पेड़ जल रहे हैं. कई इलाको में हाथी, भालू, हिरण के भी आबादी वाले इलाके में आने की ख़बर है.
मैदानी कर्मचारियों के हड़ताल के कारण कई इलाकों में शिकार की खबरें भी आ रही हैं. इसी तरह लकड़ी की तस्करी के भी मामले सामने आ रहे हैं.
मरवाही वन मंडल के करहीनार जंगल में एक भालू का शव मिला, जिसके पंजे में चोट लगी हुई थी.
इसी तरह गरियाबंद के केकेराजोर इलाके के एक कुएं में चीतल का शव बरामद हुआ है.
राज्य के पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी का कहना है कि हड़ताल कर रहे वन विभाग के अमले से बातचीत की जा रही है और उम्मीद की जा रही है कि उनके साथ सकारात्मक निर्णय लिया जा सकेगा.