छत्तीसगढ़ में 3 साल में केवल 20 हज़ार को नौकरी
रायपुर | संवाददाता: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वीकार किया है कि पिछले 2018-19 से आज तक छत्तीसगढ़ में केवल 20,291 लोगों को नौकरी मिली है.
इससे पहले छत्तीसगढ़ सरकार पांच लाख लोगों को नौकरी देने का दावा करती रही है.
असल में आठ मार्च को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के सवाल में यह जानकारी सामने आई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के एक सवाल के जवाब में यह आंकड़ा पेश किया.
8 मार्च को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के ने सरकार से जानना चाहा था कि 1 जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2022 तक छत्तीसगढ़ शासन में कितने व्यक्तियों को प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी, तृतीय श्रेणी व चतुर्थ श्रेणी पदों पर नियमित रूप में नवीन नियुक्ति दी गई है?
इसके उत्तर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी सरकार ने 2018-19 से 2021-22 तक 20,291 लोगों को नौकरी दी है. हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नौकरी का मतलब केवल शासकीय नहीं होती, रोजगार केवल शासकीय नहीं होता.
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सदन में कहा कि रोजगार और नौकरी में अंतर होता है. मनरेगा में जो काम करने जाते हैं, उसको भी रोजगार मिलता है लेकिन आप उसको नौकरी नहीं कह सकते.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नौकरी का आशय है कि जो आपके द्वारा दी गई सैलरी पर आधिरत है, जो वेतन पर आधारित है, जो आपके वित्त विभाग द्वारा स्वीकृत है, उसे ही नौकरी कहा जाएगा.
मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को कहा था- 2,80,000 को दी सरकारी नौकरी
छत्तीसगढ़ के चौक-चौराहे और सरकारी प्रकाशनों में कहीं 4 लाख 65 हज़ार लोगों को नौकरी देने का सरकार दावा करती रही है, तो कहीं यह आंकड़ा 5 लाख बताया जाता रहा है.
इसी साल 3 फरवरी को रायपुर में कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी के सामने भी भूपेश बघेल ने अपने भाषण में कहा कि-“एक तरफ़ राहुल जी लगातार रोजगार की बात करते हैं, मुझे बताते हुए खुशी है कि छत्तीसगढ़ में दो लाख अस्सी हज़ार लोगों को शासकीय नौकरियां दी गई हैं.”
25 फरवरी को ही भूपेश बघेल ने बिलासपुर में आयोजित जनसभा में दावा किया कि “रोजगार की दिशा में भी हमारी सरकार पीछे नहीं है. अभी तक हमने लगभग 5 लाख लोगों को नौकरी दी है.”
छत्तीसगढ़ सरकार पिछले कई महीनों से विज्ञापनों में यह दावा करती रही है कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के बाद पिछले तीन सालों में 5 लाख लोगों को रोजगार दिया है.