छत्तीसगढ़ की 61% महिलाएं एनीमिया की शिकार
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में खून की कमी वाली बच्चे व महिलाओं की संख्या कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है.केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार राज्य की 61.2 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया यानी रक्त अल्पता से ग्रस्त हैं.
पिछले कुछ सालों में राज्य में एनीमिया यानी रक्त अल्पता से ग्रस्त महिलाओं की आबादी 13.82 फीसदी बढ़ गई है.
आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ देश के उन 10 राज्यों में शामिल है, जहां सबसे अधिक महिलाएं एनीमिया की शिकार हैं.
2019-21 के आंकड़ों पर आधारित राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के आंकड़ों के अनुसार देश की आधी से अधिक महिलाएं एनीमियाग्रस्त है.
2015-16 में हुए सर्वेक्षण की तुलना में 2019-21 में एनीमियाग्रस्त 15 से 49 साल की महिलाओं की आबादी में 3.9 फीसदी और 15 से 19 साल की किशोरियों में 5 फीसदी बढ़ी है.
छत्तीसगढ़ की बात करें तो छत्तीसगढ़ में एनीमियाग्रस्त महिलाओं की आबादी में चिंताजनक उछाल आया है.
छत्तीसगढ़ में 2015-16 के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 में एनीमियाग्रस्त महिलाओं की आबादी 47.3 फीसदी थी.
लेकिन 2019-21 के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 में छत्तीसगढ़ में एनीमियाग्रस्त महिलाओं की आबादी 61.2 फ़ीसदी हो गई है.
आम तौर पर माना जाता है कि गर्भावस्था के कारण कई बार महिलाओं में रक्तअल्पता के मामले आते हैं. लेकिन इन आंकड़ों में ऐसी महिलाएं शामिल हैं, जो गर्भवती नहीं हैं.