कालीचरण गिरफ़्तार
रायपुर | संवाददाता: रायपुर में सनातनी हिंदुओं द्वारा आयोजित धर्म संसद में बापू को गाली बकने वाले कालीचरण को गिरफ़्तार कर लिया गया है. कालीचरण की गिरफ़्तारी खजुराहो से की गई है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार कालीचरण की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें अलग-अलग राज्यों के लिए रवाना की गई थी.
गुरुवार को तड़के चार बजे रायपुर की पुलिस ने एक निजी मकान से कालीचरण को गिरफ़्तार किया. कालीचरण ने पास ही में एक कॉटेज में कमरा भी बुक करा रखा था. लेकिन पुलिस को चकमा देने के लिए उस कॉटेज का उपयोग नहीं किया जा रहा था.
रायपुर की पुलिस ने इस गिरफ़्तारी में खजुराहो पुलिस की कोई मदद नहीं ली. यही कारण है कि सुबह होने के बाद भी खजुराहो पुलिस को इस गिरफ़्तारी की कोई ख़बर नहीं थी.
पुलिस का कहना है कि शाम तक कालीचरण को रायपुर की कोर्ट में पेश किया जाएगा.
कालीचरण के ख़िलाफ़ राजद्रोह का भी मामला दर्ज किया गया है. ऐसे में कालीचरण की जमानत की उम्मीद कम ही है.
गांधी को बकी थी गाली
गौरतलब है कि रविवार को रायपुर में आयोजित धर्म संसद में अकोला से आए कालीचरण महाराज नामक एक साधु ने महात्मा गांधी के लिए गाली का उपयोग करते हुए, उनकी हत्या को जायज ठहराया था. कालीचरण ने इसके लिए गोडसे को हाथ जोड़ कर नमस्कार भी किया था.
कालीचरण महाराज नामक इस साधु ने कहा-“इस्लाम का टारगेट राजनीति के द्वारा राष्ट्र क़ब्ज़ाना है. उन्होंने हमारी आंखों के सामने 47 में क़ब्ज़ा लिया भइया. दो-दो क़ब्ज़ाया हमारी आंखों के सामने. ईरान, इराक़, अफ़ग़ानिस्तान तो पहले ही क़ब्ज़ा चुके थे. बांग्लादेश और पाकिस्तान हमारे सामने क़ब्ज़ाया उन्होंने, राजनीति के द्वारा क़ब्ज़ाया.”
इसके बाद महात्मा गांधी के बारे में कालीचरण महाराज ने कहा, “मोहनदास करमचंद गांधी ने सत्यानाश कर दिया. नाथूराम गोडसे जी को नमस्कार है. मार डाला उस…को. देखो, ऑपरेशन करना बहुत ज़रूरी होता है, इन फोड़े-फुंसियों का. वरना ये कैंसर बन जाते हैं.”
इस दौरान कांग्रेस के कई नेता वहां पहली पंक्ति में उपस्थित थे.
नगर निगम के सभापति और कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे मंच से अपना भाषण करके कुछ ही देर पहले सामने की पंक्ति में बैठे थे.
इसके बाद इस आयोजन के संरक्षक और कांग्रेस के विधायक रह चुके महंत रामसुंदर दास ने अपने भाषण में महात्मा गांधी को गाली बके जाने की आलोचना की और खुद को इस धर्म संसद से अलग करने की घोषणा की.
फिर कहा था-मृत्युदंड स्वीकार
कालीचरण ने सार्वजनिक मंच से गांधी को गाली बका ही, बाद में जब एफआईआर हो गई तो कालीचरण ने अपना एक वीडियो जारी किया.
कालीचरण ने इस वीडियो में अपने कृत्य के लिए माफ़ी मांगने के बजाय कहा कि उसे मृत्युदंड स्वीकार है और उसने जो कहा है, उसप वह कायम है.
इस दुःसाहसी वीडियो की लोगों ने कड़ी आलोचना की थी और कहा था कि इस उन्मादी और हिंसा फैलाने वाले कथित साधु की गिरफ़्तारी जरुरी है.