कला

मुकेश भट्ट पर क्यों भड़के बाबुल सुप्रियो

मुंबई | डेस्क : 34 साल के बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर फ़िल्म निर्माता मुकेश भट्ट की एक टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने नाराज़गी जताई है. बीबीसी के अनुसार रविवार को मुकेश भट्ट ने न्यूज़ चैनल टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा था कि उन्हें सुशांत को लेकर पहले से ही अंदेशा था.

मुकेश भट्ट ने कहा कि 2012 में आशिक़ी-2 और फिर सड़क-2 को लेकर सुशांत उनके ऑफ़िस काम के लिए आए थे लेकिन बात नहीं बन पाई थी.

भट्ट ने कहा, ”जब मैं सड़क-2 बनाने जा रहा था तो आलिया और महेश भट्ट साहब ने कहा कि सुशांत काम करना चाहता है. सुशांत एक बार फिर से ऑफ़िस आया और उस दौरान सुशांत से फ़िल्म और जीवन की कई चीज़ों पर बात हुई. उसी बातचीत के दौरान सुशांत मुझे अस्थिर लड़का लगा था.”


मुकेश भट्ट के साथ बातचीत के इस अंश का वीडियो रीट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने लिखा है, ”मुकेश भट्ट जी आपकी ये बात सुनकर मैं व्यथित हूँ. आप दोस्त हैं लेकिन इतनी आसानी से इतना कुछ कैसे कह रहे हैं कि आपको पता था और आपको हैरानी नहीं हुई. आपने भले व्यावसायिक कारणों से सुशांत को सड़क-2 और आशिक़ी-2 में मौक़ा नहीं दिया लेकिन ये दुखद है कि आप उसकी पिता की उम्र के हैं और मदद नहीं की.”

हेयरस्टाइलिस्ट सपना भवनानी ने ट्विटर पर सुशांत, धोनी और अपनी तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है कि सुशांत कुछ समस्याओं से जूझ रहे थे.

सपना ने लिखा है, ”यह कोई छुपी हुई बात नहीं है कि सुशांत पिछले कुछ सालों से मुश्किल दौर से गुज़र रहे थे. किसी ने सुशांत का साथ नहीं दिया. मदद के लिए कोई सामने नहीं आया. आज हर कोई ट्वीट कर दुख जता रहा है जिससे पता चलता है कि इंडस्ट्री कितनी खोखली है. यहाँ कोई भी आपका दोस्त नहीं है.”

देर रात अमिताभ बच्चन ने भी सुशांत सिंह राजपूत के असमय निधन पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा है, “सुशांत सिंह राजपूत…तुमने अपनी ज़िंदगी क्यों ख़त्म कर ली…तुम्हारी तेज़ प्रतिभा…तुम्हारा तेज़ दिमाग़…हमेशा के लिए शांत हो गए…बिना कुछ कहे, बिना कुछ मांगे…क्यों…”

उनका ट्वीट काफ़ी लंबा है. उन्होंने आगे लिखा है, “..उनका काम काफ़ी प्रतिभा से भरा हुआ था.. और उनका दिमाग़ उससे भी ज़्यादा….कई बार उन्होंने अपने आप को दार्शनिकता की गहराई में उतर कर व्यक्त किया था.”

उन्होंने फ़िल्म धोनी का ज़िक्र किया है. उन्होंने लिखा है, “..मैंने धोनी फ़िल्म में उनका पूरा काम देखा था.. फ़िल्म में कई जगहों पर उनका उल्लेखनीय प्रदर्शन है.”

“..जब मेरी एक बार उनसे मुलाक़ात हुई थी तो मैंने पूछा था कि तुमने धोनी का वो छक्का लगाने वाला शॉट इतने सटीक तरीक़े से कैसे किया था..तब उसने कहा था कि मैंने धोनी का वीडियो एक सौ बार देखा था.. !! ”

“..अपने पेशे को लेकर उनकी प्रतिबद्धता का ये आलम था.. ”

उन्होंने अपने पोस्ट के आख़िरी में लिखा था, “.. किस तरह का दिमाग़ किसी को सुसाइड की तरफ़ ले जाता है. यह एक कभी नहीं समझ में आने वाला रहस्य है.. ”

“..एक बेहद कामयाब ज़िंदगी को इसतरह से बिल्कुल ख़त्म नहीं किया जा सकता.. ”

जाने-माने अभिनेता मनोज वाजपेयी ने भी सुशांत के साथ अपनी यादों को साझा किया है. मनोज वाजपेयी ने द हिंदू अख़बार से कहा है, ”मैंने सुशांत के साथ सोन चिड़िया फ़िल्म में काम किया था. यह मेरे करियर कि अच्छी फ़िल्मों में से एक है और इसका जो अनुभव है वो किसी के साथ तुलना नहीं हो सकती. हमें एक दूसरे को इसी फ़िल्म के लोकेशन और होटल में जानने का मौक़ा मिला था. मैंने सुशांत के बारे में अपने प्रिय दोस्त नीरज पांडे के ज़रिए भी जाना था. नीरज ने एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी में सुशांत को लीड रोल दिया था. वो अपने किरदार को लेकर बहुत ही प्रतिबद्ध रहने वाला इंसान था. उसने कभी क्रिकेट नहीं खेली था लेकिन धोनी फ़िल्म में कर दिखाया. हर दिन सुबह और शाम वो किरण मोरे के साथ क्रिकेट प्रैक्टिस करने जाता था. धोनी में जो किरदार उसने अदा किया वो कमाल का था.”

मनोज बाजपेयी ने कहा है, ”वो बहुत ही प्रतिभावान था. वो अंतरिक्ष को लेकर हमेशा कौतूहल से भरा रहता था. वो कमाल का पढ़ा-लिखा बंदा था. वो बहुत मेहनती भी था. मुझे याद है कि वो लोकेशन पर क्वांटम फिजिक्स की किताबें लेकर आता था. इसके साथ ही वो साथ में महंगी दूरबीन भी रखता था. वो रात में अंतरिक्ष को देखता था. चंबल का आकाश दूरबीन में वो हमें भी दिखाता था. हमें वो रात में चाँद, तारा और आकाशगंगा दिखाता था. मैंने इस फ़िल्म की शूटिंग के दौरान ही मटन बनाया था और उसे बहुत पसंद आया था. मैंने उसे घर पर भी बुलाकर खिलाने के लिए कहा था. मुझे खेद है कि वक़्त नहीं मिलने के कारण उसे बुला नहीं पाया.”

डिटेक्टिव व्योमकेश बख्शी में सुशांत को लीड रोल देने वाले फ़िल्मकार दिबाकर बनर्जी ने लिखा है, ”मैं हतप्रभ, आक्रोशित और डरा हुआ हूं. मुझे नहीं पता कि क्या कहूँ. मुझे उम्मीद है कि मीडिया की हिंसा से परिवार और उसे चाहने वालों को बचाया जा सकेगा. मुझे उम्मीद है कि वो उसके बिना ख़ुद को किसी तरह जिंदा रख पाएंगे. काश मैं कुछ मदद कर पाता लेकिन अब पूरी तरह से ख़ुद को असमर्थ पा रहा हूं. ऐसा नहीं होना चाहिए था. ऐसा होने की कोई वजह नहीं थी. काश मैं उसके संपर्क में रहता. वो बहुत भावुक था. वो ख़ुद को लेकर भी बहुत कठोर था. मुझे ऐसा ही व्योमकेश चाहिए था. मुझे अपने इस चुनाव पर कभी खेद नहीं हुआ.”

सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने बांद्रा स्थित अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे. पुलिस को आशंका है कि उन्होंने आत्महत्या की है. लेकिन अभी पोस्टमार्टम और अन्य रिपोर्टों का इंतज़ार है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर शाहरुख़ ख़ान तक ने उनकी मौत पर दुख व्यक्त किया है और कहा है कि वो इससे सदमे में हैं.

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