इसलिये बढ़ी है पेट्रोल की कीमत
नई दिल्ली | संवाददाता: पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पेट्रोल-डीजल की कीमत के लिये बाहरी कारक को जिम्मेवार बताया है. उन्होंने कहा है कि ईंधन की कीमतों में बढोत्तरी का यह दौर अस्थायी है.
गौरतलब है कि देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि जारी है. रविवार को लगातार चौथे दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई. रविवार को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दामों में 16 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दामों में 34 पैसे प्रति लीटर का उछाल आया.
इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में रविवार को पेट्रोल की कीमत 78.84 रुपये प्रति लीटर हो गई. वहीं, डीजल के दाम 70.76 रुपये प्रति लीटर हो गए. वहीं मुंबई में रविवार को पेट्रोल की कीमतें 86.25 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमतें 75.12 रुपये प्रति लीटर हो गईं.
चार दिनों से बढ़ रही कीमत
पिछले चार दिनों से लगातार डीजल की कीमतों में इजाफा होने के कारण इसकी कीमतें अब तक के उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं. शुक्रवार को डीजल कीमतों में 28 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी होने के बाद कीमत 70.21 पर पहुंच गई थी.
दिल्ली में इससे पहले 28 अगस्त को डीजल की कीमत 69.61 रुपए प्रति लीटर के उच्च स्तर पर पहुंची थीं. रविवार को यह दर 70.76 रुपये प्रति लीटर हो गई.
पेट्रोल और डीजल की इस कमी को लेकर प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ने अपना तेल उत्पादन बढ़ाकर प्रतिदिन 10 लाख बैरल करने का वादा किया था, लेकिन यह पूरा नहीं किया. इसके अलावा वेनेजुएला और ईरान जैसे तेल उत्पादक देशों में संकट बढ़ रहा है.
धर्मेंद्र प्रधान ने दावा किया कि तेल उत्पादन घटने से उसकी कीमतों पर दबाव पड़ा है. वहीं दुनिया भर की मुद्राएं डॉलर के मुकाबले कमजोर हो रही हैं. इस प्रकार यह दोनों बाहरी कारक देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के पीछे जिम्मेदार हैं.