फिर बढ़ गई झीरम जांच की तारीख
रायपुर | संवाददाता: झीरम मामले की जांच कर रहे न्यायिक आयोग का कार्यकाल 11वीं बार फिर से बढ़ा दिया गया है. 28 मई, 2013 को इस आयोग का गठन किया गया था और इस आयोग को तीन महीने में अपनी रिपोर्ट देनी थी.
गौरतलब है कि 25 मई 2013 को बस्तर के दरभा-झीरम इलाके से गुज़र रही कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर संदिग्ध माओवादियों ने हमला किया था. इस हमले में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, बस्तर के आदिवासी नेता महेंद्र कर्मा समेत 28 लोग मारे गये थे.
देश में किसी राजनीतिक दल पर माओवादियों का यह अब तक का सबसे बड़ा हमला था. इस हमले की शुरु में एनआईए जांच की गई. लेकिन कांग्रेस पार्टी की मांग थी कि इस मामले में कथित रुप से किये गये षडयंत्र की सीबीआई जांच हो.
इस बीच इस घटना की जांच के लिए सरकार ने 28 मई, 2013 को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के जज प्रशांत कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया. इस आयोग को तीन महीने में जांच की रिपोर्ट देनी थी. लेकिन पांच साल गुजर जाने के बाद भी आज तक जांच पूरी नहीं हो पाई है.
निर्धारित समयावधि में जांच कार्य पूर्ण नहीं होने के कारण अब तक दस बार आयोग का कार्यकाल बढ़ाया जा चुका है. न्यायिक आयोग का कार्य अभी भी पूरा नहीं हुआ है. अब सरकार आयोग काकार्यकाल पुन: 28 अगस्त 2018 से बढ़ाकर 27 फरवरी 2019 कर दिया है.
बढ़ती गई तारीख पे तारीख
28 मई 2013
30 जुलाई, 2013
20 फरवरी, 2014
06 सितंबर, 2014
25 फरवरी, 2015
31 अगस्त, 2015
23 फरवरी, 2016
17 अगस्त, 2016
06 फरवरी, 2017
21 अगस्त, 2017
12 फरवरी, 2018
28 अगस्त, 2018
27 फरवरी 2019