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स्वामी अग्निवेश हिंसा की अदालत के चीफ जस्टिस

नई दिल्ली | डेस्क: स्वामी अग्निवेश से फिल्मकार विवेक अग्निहोत्री ने पूछा है कि वे बतायें कि माओवादी समर्थकों से उनका क्या कनेक्शन है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिस अदालत से देश में हिंसा फैलाने वाले फैसले सुनाए जाते हैं, उस अदालत के चीफ जस्टिस स्वामी अग्निवेश हैं. अग्निहोत्री के आरोपों को स्वामी अग्निवेश ने हास्यास्पद करार दिया.

कोरेगांव मामले में देश भर से पांच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और वकीलों की गिरफ्तारी को लेकर न्यूज चैनल ‘आज तक’ पर आयोजित एक कार्यक्रम में स्वामी ​अग्निवेश ने कहा कि मैं इंसानों ही नहीं पशु-पक्षियों की हिंसा का भी विरोधी हूं. मैं हिंसा की संपूर्ण संस्कृति का विरोधी हूं. आखिर किस आधार पर आप ये कह रहे हैं कि मैं किसी किस्म की हिंसा का समर्थक हूं. अगर आपके पास कोई सबूत है तो वह देश की जनता के सामने लाइए, आम आदमी भी समझे कि आखिर क्यों लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है?

इस पर विवेक अग्निहोत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर आप हिंसा के समर्थक नहीं हैं तो देश को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों का समर्थन क्यों करते हैं?

स्वामी अग्निवेश ने कहा कि ये कितनी हास्यास्पद बात है​ कि देश के प्रधानमंत्री पर हमले की योजना बनाई जाए और वह ई-मेल पर सर्कुलेट हो और लीक हो जाए. ये साफ तौर पर दिखाता है कि सरकार की मंशा झूठे बहाने गढ़कर विरोध करने वालों को किसी तरह से जेल के भीतर पहुंचाना है.

सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा महत्वपूर्ण विषय है, इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. लेकिन देश के सामने सबूत भी पेश किए जाने चाहिए, जिसके आधार पर छापेमारी और गिरफ्तारी की जा रही है.

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