अधिवक्ता सुधा भारद्वाज गिरफ़्तार
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में मानवाधिकार संगठन पीयूसीएल की महासचिव और हाईकोर्ट की अधिवक्ता सुधा भारद्वाज को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया है. उनके खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाये गये हैं.
पुलिस के अनुसार सुधा भारद्वाज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, 505, 117 और 120 के तहत मामला दर्ज किया गया है. छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा से जुड़ी रहीं सुधा भारद्वाज राज्य सरकार की विधिक सेवाओं से भी जुड़ी रही हैं.
सूत्रों का कहना है कि मंगलवार की सुबह ही पुलिस ने देश के कई शहरों में एक साथ छापामारी की. मुंबई, दिल्ली, रांची, गोवा और हैदराबाद में एक साथ की गई छापामारी में कई और मानवाधिकार संगठनों से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी की खबर है. हालांकि इन गिरफ्तारियों को लेकर कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने नाराजगी जताई है.
There is only place for one NGO in India and it's called the RSS. Shut down all other NGOs. Jail all activists and shoot those that complain.
Welcome to the new India. #BhimaKoregaon
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 28, 2018
जिन लोगों के घर छापामारी की गई है, उनमें फादर स्टेन स्वामी, क्रांति टेकुला, सुसन अब्राहम, आनंद तेलतुंबड़े और गौतम नवलखा शामिल हैं. सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र की पुणे पुलिस ने मंगलवार सुबह करीब छह बजे देश के अलग-अलग हिस्सों में छापामारी की. इस छापेमारी में पुलिस ने कंप्यूटर, लैपटॉप, सीडी, कागजात और किताबों जैसे कई सामान जब्त किए हैं.
In the ‘new’ India human rights activists will be arrested but no one wants to touch groups like Sanathan Sanstha! And the country stays silent! #BhimaKoregaon
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) August 28, 2018
गिरफ्तार किये गये लोगों से महाराष्ट्र में कुछ संगठनों के बारे में भी पूछताछ की गई. ये छापेमारी महाराष्ट्र में उनके खिलाफ दर्ज एक मुक़दमे के कारण की गई. जिसमें उनके इस साल 1 जनवरी को महाराष्ट्र के पुणे के नजदीक भीमा-कोरेगांव हिंसा में संलिप्त रहने के आरोप हैं.
Getting news that Pune police have raided/arrested among the finest Human rights activists&dissenting voices, such as Sudha Bharadwaj (a human rights lawyer), Gautam Navlakha (Former Pres of PUDR), Fr Stan Swamy (a human rights activist) & Ors. Fascist fangs are now openly bared
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) August 28, 2018
रांची में जिन फादर स्टेन स्वामी के घर पुलिस ने छापामारी की, उन पर झारखण्ड सरकार पत्थलगड़ी मामले में राजद्रोह का मामला दर्ज चुकी है. स्वामी पर आरोप है कि उन्होंने देश के खिलाफ पत्थलगड़ी मामले में कुछ लोगों को भड़काया है. इसके अलावा जिन लोगों के घरों पर छापामारी की कार्रवाई की गई है, पुलिस उन पर माओवादी समर्थक होने का आरोप लगाती रही है.
This is absolutely chilling. The Supreme Court must intervene to stop this persecution and harassment of independent voices. Sudha Bharadwaj is as far from violence and illegality as Amit Shah is close to those things. https://t.co/GTD2V0Tlk7
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) August 28, 2018
पुणे पुलिस ने मंगलवार को जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें सुधा भारद्वाज, गौतम नवलखा, वरवर राव, वरनॉन गोंज़ाल्विस और अरुण फ़रेरा शामिल हैं. इधर हरियाणा हाईकोर्ट ने पेश किये गये सबूतों को अपर्याप्त बताते हुये सुधा भारद्वाज को ट्रांजिट रिमांड पर देने के बजाये 30 अगस्त तक उन्हें घर में ही रखे जाने के निर्देश दिये हैं. दूसरी ओर गौतम नवलखा को भी दिल्ली हाईकोर्ट ने सुबह सुनवाई होने तक वापस घर ले जाने का आदेश दिया.