छत्तीसगढ़ में भी रोटोमैक के कोठारी का घोटाला
रायपुर | संवाददाता: रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी की धोखाधड़ी का छत्तीसगढ़ से भी गहरा रिश्ता रहा है. माना जा रहा है कि पैसों की हेराफेरी में विक्रम कोठारी ने रायपुर को भी अपना केंद्र बनाया और यहां से गेहूं का कारोबार करने के नाम पर करोड़ों रुपयों हवाला से सिंगापुर भेजा. कोठारी ने रायपुर के पंडरी स्थित अपनी कंपनी के सहारे बैंकों से गेहूं खरीदी के नाम पर कर्ज लिया.
इतना ही नहीं बैंक घोटाले में फंसे विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी के खिलाफ साल भर पहले रायपुर की एक अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया था.
गौरतलब है कि रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी और उनकी कंपनी के दो डायरेक्टरों ने पिछले कुछ सालों में 7 अलग-अलग सरकारी बैंकों से 2,919 करोड़ रुपये का ऋण लिया था. लेकिन उन्होंने कुछ दिनों के बाद बैंक का लोन चुकाना बंद कर दिया.
आरोप है कि अब तक उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स की 3,695 करोड़ रुपये की रकम नहीं लौटाई.
इसके बाद सीबीआई और ईडी ने विक्रम कोठारी पर अपना पंजा कसना शुरु कर दिया. आयकर विभाग ने कोठारी की कंपनियों के 11 बैंक खातों को भी अटैच कर दिया.
लेकिन विक्रम कोठारी के खिलाफ पिछले कई सालों से छत्तीसगढ़ पुलिस भी परेशान रही है. आरोप है कि कोठारी ने 2013 में रायपुर के उद्योगपति और बागड़िया ब्रदर्स के मालिकों से 6 करोड़ रुपये उधार लिये थे. जिसे उन्होंने साल भर के भीतर चुकाने का वादा किया था. इसके बदले बाप-बेटे ने पोस्ट डेटेड चेक भी उन्हें दिये थे. लेकिन जब बागड़िया ब्रदर्स ने चेक बैंक में जमा कराये तो चेक बाउंस हो गये.
इसके बाद एहसान खान ने विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज़ कराया.
कोर्ट द्वारा बार-बार वारंट जारी करने के बाद भी कोठारी ने जब कोई जवाब नहीं दिया तो पिछले साल फरवरी में रायपुर की अदालत ने दोनों बाप-बेटे के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया. पुलिस जब इन्हें गिरफ्तार करने पहुंची तो दोनों पिता पुत्र फरार हो गये. इसके बाद बड़ी मुश्किल से दोनों पिता-पुत्र बच पाये थे.
सप्ताह भर पहले जब पैसों की गड़बड़ी के मामले में सीबीआई ने पंजा कसा तो पता चला कि रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी ने रायपुर में भी करोड़ों का कारोबार किया है. सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के अफसर अब कोठारी के छत्तीसगढ़ घोटाले की भी जांच कर रहे हैं.