मोदी क्यों डरते हैं: प्रशांत भूषण
रायपुर । संवाददाता: आप पार्टी के नेता तथा देश के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा है कि देश में भ्रष्टाचार एवं लूट मची हुई है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों की लूट पिछले कुछ वर्षो से जिस प्रकार से हुई है, ऐसा इससे पहले देश में कभी नही हुआ. उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुये सवाल पूछा कि अगर नरेंद्र मोदी ईमानदार हैं तो फिर वे लोकायुक्त से क्यों डरते हैं?
प्रशांत भूषण शुक्रवार को रायपुर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि लूट से न केवल देश की संपत्ति का नाश हुआ है वरन् बड़ी बड़ी कंपनियों को सरकारों द्वारा फायदा पहुचाया गया है. राज्यों एवं केन्द्र सरकार द्वारा देश के जंगल और पर्यावरण की चिंता किया बिना ही यह काम किया गया है.
आदिवासियों के विरोध को लेकर प्रशांत भूषण ने कहा कि जब आदिवासी तथा गरीब जनता अहिंसात्मक तरीको से इनका विरोध करती है तो उनका दमन किया जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार के दमन ने ही लोगों को माओवादी बनाया है. सरकार की गलत नीतियों के कारण कुछ लोग हिंसात्मक तरीको से उनका विरोध करते हैं. प्रशांत भूषण ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री, माओंवाद को बड़ी समस्या बताते हैं जबकि इतिहास में झांकने पर पता चलता है कि इसका कारण शोषण और गरीबी ही है. इस पर सरकारें क्यों नही विचार करती हैं.
राजनीति में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते थे कि राजनीति के दलदल में पॉव रखे किंतु मजबूरन देश की जनता को बचाने के लिये हमें राजनीति में आना पड़ा है. पहले दिल्ली का चुनाव है उसके बाद आम चुनाव होने वाला है, जिसमें हम भाग लेगें.
छत्तीसगढ़ में कोल ब्लॉक की धांधली को लेकर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की सिफारिश पर केन्द्र सरकार द्वारा सबसे ज्यादा कोल ब्लाक आबंटित किये गये हैं. कोयला सचिव ने जब इसकी खिलाफत की तथा नीलामी की बात की तब रमन सिंह की सरकार ने तथा अन्य राज्यों ने इसका विरोध किया था.
प्रशांत भूषण ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुये कहा कि सरकारें आरटीआई तथा जनलोकपाल से इसीलिये डरती हैं क्योंकि इससे उनका पर्दाफाश हो जायेगा. गुजरात में इसी भाजपा के मुख्यमंत्री ने सर्वोच्च न्यायालय तक जाकर लोकायुक्त बनाने का विरोध किया था. प्रशांत भूषण ने प्रश्न किया कि यदि आप ईमानदार हैं तो लोकायुक्त क्यों नही बैठाने देते.
आप पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने पिछले दरवाजे से निजीकरण करने पर आपत्ति दर्ज कराते हुये कहा कि रायपुर में 10 किलोमीटर के भीतर दो-दो टोल टैक्स वसूली के केंद्र बनाये जाने का मतलब ही है कि सरकार निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाना चाहती है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में निजीकरण की होड़ मची हुई है और यह देश की आम जनता के लिये एक भयावह संदेश है.