सुनिल कुमार बने डॉक्टर सुनिल कुमार
नई दिल्ली | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव रहे सुनिल कुमार अब डॉक्टर सुनिल कुमार हो गये हैं. हाल ही में उन्हें पीएचडी यानी डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी अवार्ड किया गया. विज्ञान के छात्र रहे सुनिल कुमार ने अपने सेवाकाल में अमरीका के एक विश्वविद्यालय से एमबीए की भी डिग्री ली थी.
वे इन दिनों छत्तीसगढ़ में राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष हैं.
सुनिल कुमार ने पीएचडी दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से की. प्रचार-प्रसार और मीडिया से यथासंभव दूर रहने वाले श्री कुमार की पीएचडी का विषय ‘मीडिया एंड पब्लिक पॉलिसी: रोल ऑफ प्रेस इन द पॉलिसी डिसकोर्स ऑन रिजर्वेशन’ था.
उन्होंने अपना शोध सेंटर फॉर कल्चर, मीडिया एंड गवर्नेंस के निदेशक प्रोफेसल बिश्वजीत दास के निर्देशन में पूरा किया. उन्होंने 8 मार्च 2010 को पीएचडी के लिये पंजीयन कराया था लेकिन उनकी पीएचडी अब जा कर पूरी हो पाई है.
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके सुनिल कुमार 1979 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं. वे भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय में भी रह चुके हैं. राज्य में मुख्य सचिव के पद से वे 28 फरवरी 2014 को सेवानिवृत्त हुये, जिसके बाद उन्हें योजना आयोग की कमान सौंपी गई.