छत्तीसगढ़

काले धन पर अब पैराडाइज़ पेपर्स

नई दिल्ली | संवाददाता: काले धन पर पैराडाइज़ पेपर्स से फिर सनसनी मच सकती है. पिछले 67 सालों से दुनिया भर के काले धन से संबंधित आंकड़ों को सार्वजनिक किया गया है. 180 देशों के काले धन के चोरों की इस सूची में भारत 19वें नंबर पर है. इस सूची में भाजपा के दो बड़े सांसदों आरके सिन्‍हा और नागरिक उड्डयन मंत्री जयन्‍त सिन्‍हा का भी नाम है. जयन्त सिन्हा देश के पूर्व वित्‍त मंत्री यशवन्‍त सिन्‍हा के पुत्र हैं, जबकि आर के सिन्हा देश के सबसे अमीर सांसद बताये जाते हैं.

इंटरनेशनल कंसोर्शियम ऑफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्‍ट्स से जुड़े 96 अखबारों के पत्रकारों ने कई महीनों तक जांच के बाद यह रिपोर्ट जारी की है. इस जांच में कई करोड़ दस्तावेज़ों की जांच की गई. ये दस्तावेज़ पनामा पेपर्स की तरह ही हैं.

भारत में इंडियन एक्सप्रेस ने इस रिपोर्ट को सिलसिलेवार प्रकाशित करने की शुरुआत की है. रविवार की देर रात इंडियन एक्सप्रेस ने जिस तरीके से रिपोर्ट पेश की, उससे कई लोगों को झटका लगा है. यह सारे दस्तावेज़ ऐसे समय में आये हैं, जब भारत सरकार काले धन के नाम पर किये गये नोटबंदी की पहली वर्षगांठ मना रही है.

अखबार ने 19 ऐसी फर्मों के बारे में खुलासा किया है, जो काले धन को फर्जी कंपनियों के जरिए दुनिया भर में इनवेस्ट करते हैं. इस लिस्ट में 714 ऐसे धनकुबेरों का नाम भी शामिल हैं, जिन्होंने इन कंपनियों की मदद से दुनिया भर में अपने काले धन को इनवेस्ट किया.

जांच में पता चला है कि ये कंपनियां भारत समेत दुनियाभर के रईसों को अपना काला धन एक देश से निकालकर दूसरे देश पहुंचाने में मदद करती हैं. इसे पैराडाइज़ पेपर्स का नाम दिया गया है.

इससे संबंधित एक करोड़ से ज्यादा डॉक्यूमेंट्स जर्मनी के अखबार सूडेयूटस्चे जीतियांग और इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट के पास मौजूद हैं, जिन्होंने दुनियाभर के 96 मीडिया संस्थानों के साथ मिलकर इन दस्तावेजों की जांच की है. करोड़ों की संख्या में मौजूद इन दस्तावेजों की जांच से पता चला है कि जिन देशों 180 देशों के सबसे ज्याया लोगों ने काला धन देश से बाहर निकालने के लिए विदेशी कंपनियों का सहारा लिया है, उनमें भारत का स्थान 19वां है.

रिपोर्ट की मानें तो भारत से इस लिस्ट में 714 नाम हैं.

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