शिक्षाकर्मी भर्ती पर छत्तीसगढ़ में रोक
रायपुर | संवाददाता: शिक्षाकर्मी भर्ती पर छत्तीसगढ़ सरकार ने रोक लगा दी है.
इसके अलावा पंचायत व्याख्याता की सीधी भर्ती पर भी फिलहाल रोक लग गई है. माना जा रहा था कि राज्य में शिक्षाकर्मी और व्याख्याता पंचायत पद पर सीधी भर्ती से हज़ारों नौजवानों को लाभ मिलेगा लेकिन राज्य सरकार के इस निर्णय से बेरोजगार नौजवान फिर से निराश हो गये हैं.
लोक शिक्षण संचालनालय ने शिक्षाकर्मी समेत अन्य पदों पर सीधी भर्ती पर रोक का जो आदेश जारी किया है, उससे साफ होता है कि फिलहाल तो कम से कम शिक्षाकर्मी भर्ती का कोई इरादा सरकार का नहीं है. इससे पहले माना जा रहा था कि जून में स्कूल खुलने से पहले ही यह प्रक्रिया पूरी हो जायेगी. लेकिन अब सारा मामला टाल दिया गया है.
लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी ज़िलों के शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख कर कहा है कि वे विद्यालयों में प्रमोशन से भरे जाने वाले पदों की जानकारी राज्य शासन को उपलब्ध करायें. इसके अलावा जहां खाली पद हैं या जहां युक्तियुक्तकरण जैसी स्थिति है, उसकी जानकारी भी उपलब्ध करायें.
इस पत्र का यह मतलब निकाला जा रहा है कि फिलहाल सरकार शिक्षाकर्मी और पंचायत व्याख्याता के पदों पर भर्ती के बजाये उन्हें प्रमोशन से भरेगी और युक्तियुक्तकरण से भी इन पदों को भरा जायेगा. उसके बाद ही खाली पदों की जानकारी सुनिश्चित हो सकेगी. इस प्रक्रिया के बाद ही नई सीधी भर्ती का काम शुरु किया जा सकेगा.
जबकि विधानसभा में सरकार ने स्वीकार किया था कि हजारों की संख्या में शिक्षाकर्मी और पंचायत व्याख्याता की भर्ती होगी. शिक्षकों के अभाव में सरकारी स्कूलों की हालत खराब है और सरकार खुद कई अवसरों पर यह स्वीकार कर चुकी है कि राज्य में शिक्षा की हालत खराब है. राज्य के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव समेत ज़िले के आला अधिकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर देखने और बच्चों को पढ़ाने की रस्म भी अदा कर चुके हैं. लेकिन सीधी भर्ती पर रोक से माना जा रहा है कि इस बार फिर बच्चों के परीक्षाफल का हाल पहले जैसा ही होगा.