अगस्ता में रमन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
नई दिल्ली | संवाददाता: अगस्ता घोटाले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट अगस्त में सुनवाई करेगा.
रमन सिंह के ख़िलाफ़ अगस्ता हेलिकॉप्टर ख़रीदी में बड़े घोटाले का आरोप है. इस मामले में स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने एसआईटी जांच के लिये सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है.
सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने आरोप लगाया कि केवल राजनीतिक रंग देने के लिये यह याचिका लगाई गई है. उन्होंने याचिकाकर्ता पर सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया.
मुकुल रोहतगी ने राज्य सरकार का पक्ष रखते हुये कहा कि यह क्या क़ानून है कि हर आपराधिक मामले के लिये आप सुप्रीम कोर्ट आइये? रोहतगी ने कहा कि उन्होंने अगस्ता मामले में एफआईआर क्यों नहीं दर्ज करवाई? अगर एफआईआर दर्ज़ नहीं हुआ तो सीआरपीसी की धारा 156 (3) का इस्तेमाल करते हुये पुलिस को निर्देश देने के लिये ट्रायल कोर्ट जा सकते थे. ये सीधे सुप्रीम कोर्ट आ गये हैं.
रोहतगी ने कहा कि स्वराज अभियान एक राजनीतिक दल है और वो एससीडी चुनाव लड़ रहा है. इसलिये मामले को राजनीतिक रंग देने के लिये वो यहां आ गये.
याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को देख सकता है क्योंकि किसी राजनीतिक दल द्वारा पीआईएल दाखिल करने के मामले को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में पहले ही सुलझाया जा चुका है.
प्रशांत भूषण ने तमाम तथ्यों और दस्तावेज़ों के हवाले से कहा कि अगस्ता मामले में अटल तथ्य हैं और अटार्नी जनरल केवल इसलिये हमें इस मामले में नहीं जाने देना चाहते क्योंकि मुख्यमंत्री रमन सिंह उसी पार्टी के हैं, जिसकी केंद्र में भी सरकार है.
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मुकुल रोहतगी की आरंभिक आपत्तियों पर सुनवाई के लिये 23 अगस्त की तारीख तय कर दी.
छत्तीसगढ़ का अगस्ता कनेक्शन
केंद्र सरकार के दस्तावेजों से यह बात सामने आयी थी कि छत्तीसगढ़ में भी इटली की अगस्ता वेस्टलैंड के दलाल सक्रिय थे और सरकार में शामिल अफसरों ने अगस्ता के दलालों के साथ मिलजुल कर अगस्ता ए-109 पावर हेलिकॉप्टर को अधिक कीमत देकर खरीदा.
कैग ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अगस्ता ए-109 पावर हेलिकॉप्टर की खरीदी को लेकर आपत्ति भी दर्ज कराई थी. कैग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि अगस्ता कंपनी का ही हेलिकॉप्टर खरीदने के लिये एक खास ब्रांड और विशिष्ठ मॉडल का टेंडर बुला कर अधिक कीमत में खरीदी करना न तो किसी भी प्रकार से सहभागिता को बढ़ाता है और ना ही यह न्यायोचित है.
गौरतलब है कि इटली की अगस्ता वेस्टलैंड की मातृ संस्था फिनमैकेनिका के सीईओ गियुसिपी ओरसी की गिरफ्तारी के बाद यह राज सामने आया था कि अगस्ता वेस्टलैंड ने भारत सरकार को 12 एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टर सौदे में तत्कालीन वायु सेना अध्यक्ष एसपी त्यागी समेत दूसरे लोगों को करीब 350 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी. इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है.