श्री श्री रविशंकर को एनजीटी ने हड़काया
नई दिल्ली | संवाददाता: श्री श्री रविशंकर को एनजीटी ने जमकर फटकारा है.
यमुना प्रदूषण के मामले में रविशंकर के कहे पर एनजीटी के तेवर गुरुवार को सख्त नज़र आये.
श्री श्री रविशंकर ने एनजीटी के प्रदूषण संबंधी निर्देश पर कहा था कि एनजीटी पर जुर्माना लगाया जाना चाहिये. रविशंकर ने यमुना के डूब क्षेत्र पर एओएल की ओर से विश्व सांस्कृतिक महोत्सव के आयोजन की अनुमति दिए जाने के लिए 18 अप्रैल को सरकार और एनजीटी पर ठीकरा फोड़ा था और कहा था कि यदि पर्यावरण को कोई नुकसान पहुंचा है तो इसके लिए सरकार और एनजीटी को ही जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
गुरुवार को एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, ‘‘आपको जिम्मेदारी का कोई एहसास नहीं है. आपको बोलने की आजादी है तो क्या आप कुछ भी बोल देंगे. यह स्तब्ध करने वाला है.”
याचिकाकर्ता मनोज मिश्रा की ओर से पेश हुए वकील संजय पारिख ने पीठ को सूचित किया था कि रवि शंकर ने हाल में एक बयान देकर यमुना नदी के डूबक्षेत्रों में विश्व संस्कृति उत्सव आयोजित करने की अनुमति उनके एनजीओ को देने के लिए सरकार और एनजीटी को जिम्मेदार ठहराया है. इसके बाद पीठ ने श्री श्री पर जम कर नाराजगी दिखाई.
एनजीटी को जो रिपोर्ट सौंपी गई है, उसके अनुसार आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम के कारण यमुना को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई 10 सालों में भी पूरी नहीं हो पायेगी.