चीफ जस्टिस राधाकृष्णन ने पदभार संभाला
बिलासपुर | संवाददाता: मंगलवार को चीफ जस्टिस राधाकृष्णन ने अपना पदभार संभाल लिया है. नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश जस्टिस थोट्टाथिल बी. राधाकृष्णन का मंगलवार को हाईकोर्ट में ओवेशन आयोजित समारोह किया गया था. इस अवसर पर जस्टिस राधाकृष्णन ने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया के मूल सिद्धांतों में यह भी है कि देश के लोगों को समय पर गुणात्मक न्याय प्रदान किया जाये. न्यायिक प्रणाली की यह सफलता मानी जाती है. चाहे कोई भी चुनौती हो यह सुनिश्चित किया जाना जरूरी है कि कोई भी व्यक्ति न्याय से वंचित न हो. गुणवत्ता पूर्ण न्याय प्रदान करने की प्रक्रिया को सामूहिक प्रयासों से बेहतर बनाया जा सकता है.
जस्टिस राधाकृष्णन ने कहा कि अदालतों के माध्यम से निर्णय लेने में देरी हमेशा बहस का विषय रहा है लेकिन इस वजह से न्याय की गुणवत्ता का त्याग नहीं किया जा सकता है. हमें न्यायिक कार्यकलापों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के प्रयासों को निरंतर बढ़ाना होगा. उन्होंने कहा कि बार और बेंच को हमेशा एक सिक्के के दो पहलू कहे जाते हैं लेकिन यह तब तक ठीक तरह से काम नहीं कर सकता जब तक वे एक-दूसरे में अपना चेहरा न देखें.
सीनियर जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने जस्टिस राधाकृष्णन का स्वागत करते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में गुणवत्ता पूर्ण न्याय प्रदान करने में हमें सफलता मिलेगी.
महाधिवक्ता जेके गिल्डा, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सीके केशरवानी, अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष कोस राम साहू, अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एनके व्यास ने भी उद्बोधन देकर चीफ जस्टिस का स्वागत किया और विश्वास व्यक्त किया उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के लोगों को शीघ्र और गुणवत्ता पूर्ण न्याय मिलेगा.
चीफ जस्टिस के कोर्ट हाल में आयोजित ओवेशन कार्यक्रम का संचालन रजिस्ट्रार जनरल अरविन्द चंदेल ने किया. कार्यक्रम में हाईकोर्ट के सभी जज, केरल हाईकोर्ट से आये उनके सहयोगी जज, हाईकोर्ट के रजिस्ट्री विभाग के अधिकारी तथा परिवार के सदस्य, हाईकोर्ट के अधिवक्ता उपस्थित थे.